18 साल से अधिक उम्र के स्टूडेंट्स को वैक्सीन सर्टिफिकेट दिखाने पर ही मिलेगा कालेजों में प्रवेश, क्लास इंचार्ज कर रहे अलर्ट
18 साल से अधिक उम्र के विद्यार्थी वैक्सीनेशन लगवाने के बाद ही कालेज आ सकते हैं क्योंकि संक्रमण से सभी का बचाव करना बेहद जरूरी है। इस फैसले को लेकर कालेजों की तरफ से क्लास इंचार्ज व हेड के जरिये विद्यार्थियों को वाट्सअप व टेक्स्ट मैसेज फार्वड कर दिये हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर। कोरोना वायरस की रफ्तार धीमी होने पर कालेज भी खुल रहे हैं, मगर विद्यार्थियों के लिए प्रबंधक कमेटियों की तरफ से वैक्सीनेशन जरूरी कर दी है। जिसके तहत साफ तौर पर कहा गया है कि 18 साल से अधिक उम्र के विद्यार्थी वैक्सीनेशन लगवाने के बाद ही कालेज आ सकते हैं, क्योंकि संक्रमण से सभी का बचाव करना बेहद जरूरी है। इस फैसले को लेकर कालेजों की तरफ से क्लास इंचार्ज व हेड के जरिये विद्यार्थियों को वाट्सअप व टेक्स्ट मैसेज फार्वड कर दिये हैं। ताकि विद्यार्थी अपनी सुविधानुसार समय पर वैक्सीनेशन लगवा लें।
एजुकेशन मिनिस्ट्री की तरफ से भी सभी शिक्षण संस्थानों को आदेश दिए हैं कि वे अपनी अधीन आने वाले सभी स्टाफ के सदस्यों और 18 साल से अधिक आयु के विद्यार्थियों को वैक्सीनेशन लगवाने के लिए प्रेरित किया। ताकि संक्रमण की चेन को आगे बढ़ने से रोका जा सके। जिससे विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षक और बाकी सभी को भी संक्रमण से सुरक्षित किया जा सकेगा। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए शहर के तमाम कालेजों की तरफ से वैक्सीनेशन कैंप निरंतर लगाए जा रहे हैं, ताकि वे अपने कालेज स्टाफ के साथ-साथ विद्यार्थियों को वैक्सीनेशन प्रक्रिया में शामिल करके सुरक्षित कर सकें।
बता दें कि सख्ती इस प्रकार से की गई हैं कि बिना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट के विद्यार्थियों को कालेज में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा, मगर वैक्सीनेशन की कमी और इसकी प्रक्रिया भी धीमी होने की वजह से राहत मिल सकती है। फिलहाल जिन विद्यार्थियों के वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है वे कालेज में प्रवेश कर सकेंगे।