रूपनगर में पानी की टंकी पर चढ़े पुलिस भर्ती वेटिंग लिस्ट वाले, बोले- नौकरी नहीं मिली तो देंगे जान

मोरिंडा में प्रदर्शनकारी संदीप ने कहा कि पुलिस का भर्ती टेस्ट 2016 में क्लीयर हुआ था। 2017 में वेरीफिकेशन क्लीयर हुई थी। सभी टेस्ट किए गए लेकिन पांच साल बीतने के बाद भी उन्हें नौकरी नहीं दी गई।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 05:56 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 07:25 PM (IST)
रूपनगर में पानी की टंकी पर चढ़े पुलिस भर्ती वेटिंग लिस्ट वाले, बोले- नौकरी नहीं मिली तो देंगे जान
मोरिंडा में पानी की टंकी पर चढ़े पुलिस भर्ती वेटिंग लिस्ट वाले युवा। जागरण

जासं, रूपनगर/मोरिंडा: मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के हलके मोरिंडा के गुरुद्वारा कोतवाली साहिब के पास पुलिस भर्ती की वेटिंग लिस्ट में शामिल 14 उम्मीदवारों ने पानी की टंकी पर चढ़कर विरोध किया है। प्रदर्शनकारयों में 4 महिलाएं भी शामिल थीं। 

पानी की टंकी पर चढ़े 11 नौजवान लड़के-लड़कियों ने हाथों में पेट्रोल की बोतलें पकड़ी हुई थी। उन्होंने पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यहां एक लड़की की हालत काफी गंभीर हो गई है। टंकी पर चढ़े गुरजीत सिंह, सुनील कुमार, जगतार सिंह, हैपी सिंह, अमरजीत सिंह, राजदीप सिंह, गुरदीप सिंह, बिमला बाई, प्रवीण रानी, आशा रानी और सतवीर कौर ने बताया कि वह पंजाब पुलिस की साल 2016 में भर्ती समय इंतजार सूची और साल 2017 की वेरीफिकेशन क्लीयर करवाने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ने साल 2016 में भर्ती दौरान एक इंतजार सूची बनाई थी। इसमें से कइयों ने ड्यूटी पर हाजिरी भी दी। उनको विभाग ने बाकायदा आई कार्ड भी जारी किए थे, वेतन भी मिलती रही। इसी तरह, साल 2017 की भर्ती के बाद उनकी वेरीफिकेशन क्लीयर न होने के कारण उनके नियुक्ति पत्र जारी नहीं किए गए। 2018 में यह भर्ती रद होने की बात कहकर ड्यूटी करते साथियों को वापस घर भेज दिया गया। इंतजार सूची को भी रद कर दिया।

प्रदर्शनकारी संदीप ने कहा कि पुलिस का भर्ती टेस्ट 2016 में क्लीयर हुआ था। 2017 में वेरीफिकेशन क्लीयर हुई थी। सभी टेस्ट किए गए लेकिन पांच साल बीतने के बाद भी नौकरी नहीं दी गई। कैप्टन सरकार ने गुटका साहिब हाथ में लेकर शपथ ली थी कि घर-घर नौकरी दी जाएगी लेकिन उन्हें भर्ती होने के बाद भी ज्वाइनिंग नहीं करवाई गई। उन्होंने कहा कि हम पेट्रोल भरी बोतलें लेकर आए हैं। अगर सरकार ने नौकरियां नहीं दी, ज्वाइनिंग लेटर नहीं दिए तो हम जान दे देंगे। उन्होंने कहा कि 600 उम्मीदवार ऐसे हैं जो सिलेक्ट हुए थे लेकिन ज्वाइनिंग नहीं दी गई। वे कोर्ट में यह केस जीत चुके हैं। 

नौजवानों ने कहा कि वह कई बार सरकार के नुमाइंदों और उच्चाधिकारियों के पास से इंसाफ की मांग कर चुके हैं लेकिन उनकी एक न सुनी गई। इसलिए वह टंकी पर चढऩे के लिए मजबूर हुए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब भर से अन्य भी नौजवान इस संघर्ष में शामिल होंगे और मुख्यमंत्री पंजाब से इंसाफ की मांग करेंगे।

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