Punjab Roadways Strike : कांट्रेक्ट कर्मियों की हड़ताल के छठे दिन बस स्टैंड पर पसरा सन्नाटा, 80 फीसद सवारियों की कमी
मांगो को लेकर कांट्रेक्ट यूनियन की तरफ से शुक्रवार को चंडीगढ़ में धरना दिया गया था जिसके बाद यूनियन को आश्वासन दिया गया था कि मुख्यमंत्री मंगलवार को मुलाजिमों के साथ बैठक करेंगे और उनकी मांगों को लेकर विचार-विमर्श होगा।
जागरण संवाददाता, जालंधर। पंजाब रोडवेज, पनबस, पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (पीआरटीसी) के कांट्रेक्ट मुलाजिमों की बीते 6 दिन से जारी हड़ताल का सबसे बुरा असर शनिवार को देखने को मिल रहा है। महानगर के शहीद ए आजम भगत सिंह इंटर स्टेट बस टर्मिनल पर पूरी तरह से सन्नाटा पसर गया है और लगभग 80 फीसद सवारी की कमी हो गई है। निजी के अलावा सरकारी बसें भी नाममात्र सवारी के साथ ही गंतव्य के लिए रवाना हो रही हैं।
दूसरा शनिवार एवं सुबह से ही शुरू हुई भारी बरसात ने भी सवारी को कम किया है। कई काउंटर ऐसे हैं, जिन पर बसें लगाई ही नहीं गई है और बावजूद इसके वहां पर सवारी नहीं खड़ी हुई है। वहीं, दूसरी तरफ पंजाब रोडवेज, पनबस, पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट मुलाजिम यूनियन ने दावा किया है कि सवारी कम होने की मुख्य वजह यह है कि आम लोग भी यूनियन की तरफ से की जा रही हड़ताल को समर्थन देने लगे हैं। इसी वजह से लोग सफर नहीं कर रहे हैं।
यूनियन की तरफ से शुक्रवार को चंडीगढ़ में धरना दिया गया था जिसके बाद यूनियन को आश्वासन दिया गया था कि मुख्यमंत्री मंगलवार कौन के साथ बैठक करेंगे और उनकी मांगों को लेकर विचार-विमर्श होगा। हालांकि यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर मंगलवार को उनकी मांगे पूरी न हुई तो वह हाईवे ही जाम कर देंगे। यूनियन के जालंधर-एक के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह ने कहा है कि सरकार की तरफ से दिए गए आश्वासन के बाद चंडीगढ़ में धरना समाप्त कर दिया है। अब मुलाजिम संबंधित डिपो में वापस लौट रहे हैं जहां वे प्रदेश भर में बीते 5 दिन से जारी चक्का जाम को आगे बढ़ाएंगे।
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