पंजाब को दहलाने की बड़ी साजिश नाकाम, हथियारों के जखीरे सहित तस्कर गिरफ्तार

पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा ने प्रदेश में अवैध हथियारों का कारोबार करने के आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 48 पिस्तौलें बरामद किए हैंl गत डेढ़ महीने में पुलिस के लिए यह दूसरी बड़ी सफलता है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 01:25 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 08:55 PM (IST)
पंजाब को दहलाने की बड़ी साजिश नाकाम, हथियारों के जखीरे सहित तस्कर गिरफ्तार
अमृतसर में एक बार फिर हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद हुआ है। जागरण

अमृतसर, जेएनएन। पंजाब पुलिस ने वीरवार रात सूबे को दहलाने की बड़ी साजिश विफल करते हुए विदेशी पिस्तौलों की एक बड़ी खेप बरामद की है। पुलिस ने हथियारों की तस्करी करने वाले एक व्यक्ति को गिरफ़्तार किया है। आरोपित पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों और अमरीका, कनाडा और यूके में भारत विरोधी खालिस्तानी तत्वों के साथ जुड़ा हुआ था और अमेरिका में बैठे हैंडलर के निर्देशों पर गतिविधियों को अंजाम देता था। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने खुलासा किया कि ये हथियार भारत के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किए जाने थे।

डीजीपी ने बताया कि जगजीत सिंह उर्फ जग्गू (25 साल) निवासी पुरीयां कलां, थाना सदर बटाला, को वीरवार रात को पंजाब इंटरनल सिक्योरिटी विंग एसएसओसी अमृतसर की टीम ने अमृतसर के कथूनंगल के पास से गिरफ्तार किया था। टीम ने कथूनंगल गांव, अमृतसर-बटाला रोड पर विशेष पुलिस नाका लगाकर एक आई-20 कार का पीछा करते हुए उसे रोका। पुलिस टीम ने कार में से दो नाईलॉन बैग बरामद किए। इनमें अलग-अलग देशों और बोर वालीं 48 विदेशी पिस्तौलों समेत मैगज़ीन और कारतूस थे। इसमें 19 पिस्तौल 9 एमएम (जिग़ाना-तुर्की निर्मित) समेत 37 मैगज़ीन और 45 कारतूस; 9 पिस्तौल .30 बोर (चीन निर्मित) समेत 22 मैगज़ीन; 19 पिस्तौल .30 बोर (स्टार मार्क) समेत 38 मैगज़ीनें और 148 कारतूस और 1 पिस्तौल 9 एम.एम. (बरेटा-इटालियन) समेत 2 मैगज़ीनें शामिल थीं।

बरामद हथियारों के जखीरे के साथ पंजाब इंटरनल सिक्योरिटी विंग एसएसओसी अमृतसर की टीम।

डीजीपी ने बताया कि प्राथमिक पड़ताल से पता लगा है कि जगजीत को एक पुराने गैंगस्टर अपराधी दरमनजोत सिंह उर्फ दरमनजोत काहलों ने हथियारों की यह खेप जुटाने का निर्देश दिया था। दरमनजोत जो अमेरिका में रह रहा है, जगजीत सिंह के संपर्क में था। दुबई में 2017 से दिसंबर 2020 तक रहने के दौरान जगजीत दरमनजोत के संपर्क में था। उसी ने उसे इस इस काम के लिए प्रेरित किया था। तस्करी रैकेट के मास्टरमाइंड दरमनजोत ने जगजीत को हथियारों की खेप जुटाने व छिपाने और पिस्तौलों की डिलीवरी के लिए अगले निर्देश का इंतज़ार करने के लिए कहा था। दरमनजोत पंजाब में एक भगौड़ा घोषित है। उसके खिलाफ ओपन-एंडेड वॉरंट जारी किए गए हैं।

गिरफ्तारी से बचने के लिए अमेरिका भाग गया था दरमनजोत

दरमनजोत मूल रूप से गांव तलवंडी खुम्मण, थाना कथूनंगल, अमृतसर का रहने वाला है। गिरफ़्तारी से बचने के लिए वर्ष 2017 में अमेरिका फरार होने से पहले वह पंजाब में हुई कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल था। उसने गैंगस्टर हरविंदर सिंह उर्फ मन्नू को वर्ष 2017 में पुलिस हिरासत में से फरार होने में भी सहायता की थी। हरविंदर को भगाने के लिए उसने साथियों के साथ मिलकर पुलिस एस्कॉर्ट पार्टी पर हमला कर दिया था। घटना के बाद 12.06.2017 को थाना सिविल लाइन बटाला में एफआईआर दर्ज की गई थी। दरमनजोत को जनवरी, 2020 में बटाला की अदालत ने भगोड़ा घोषित कर दिया था। साल 2020 में, अमरीका में रहने के दौरान दरमनजोत सिंह ने भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए ग़ैर-कानूनी हथियार खरीदने के लिए पंजाब में एक गैंग को 2 लाख रुपये भेजे थे। उस गैंग के 10 सदस्यों को एसएसओसी अमृतसर ने गिरफ़्तार किया था।

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