पंजाब के बटाला में शार्ट सर्किट से वृद्ध आश्रम में लगी आग, दिव्यांग बुजुर्ग की मौत, पत्नी झुलसी
पंजाब के बटाला के वृद्ध आश्रम में मंगलवार सुबह छह बजे एक कमरे में आग लग गई। घटना में दिव्यांग स्वर्ण सिंह (75) की बुरी तरह से जलने से मौत हो गई जबकि उनकी पत्नी सरोज बाला के शरीर का निचला हिस्सा झुलस गया
बटाला (गुरदासपुर), [विनय कोछड़]। राम-तलाई रोड स्थित दैनिक प्रार्थना सभा के अधीन चल रहे वृद्ध आश्रम में मंगलवार सुबह छह बजे एक कमरे में आग लग गई। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आग बिजली के तारों में शार्ट सर्किट होने से लगी है। घटना में दिव्यांग स्वर्ण सिंह (75) की बुरी तरह से जलने से मौत हो गई जबकि उनकी पत्नी सरोज बाला के शरीर का निचला हिस्सा झुलस गया है। सरोज बाला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उन्हें सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। मौके पर पहुंची सिटी पुलिस ने केस की जांच शुरु कर दी।
आग पर स्थानीय लोगों ने आधा घंटा पानी की बोछारे से काबू पा लिया। घटना के बाद बुरी तरह जले दंपती को एंबूलेंस की मदद से सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। यहां के चिकित्सकों ने स्वर्ण सिंह को मृत घोषित कर दिया।
बटाला (गुरदासपुर) के वृद्ध आश्रम में आग लगने के बाद जला समान।
आश्रम के प्रबंधक कुलदीप राज शर्मा ने बताया कि उन्हें सुबह छह बजे के करीब फोन आया कि आश्रम में रहने वाले स्वर्ण सिंह व सरोज बाला के कमरे में आग लग गई। वह तुरंत हादासास्थल पर पहुंचे। स्थानीय लोगों ने किसी तरह पानी डालकर आधे घंटे में आग पर काबू पाया। वे झुलसे दंपती को सिविल अस्पताल लेकर गए जहां स्वर्ण सिंह ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि पत्नी के शरीर के निचले हिस्सा जल जाने से उसका इलाज चल रहा है।
आग लगने की वजह शार्ट सर्किट होना बताई जा रही है। हालांकि पुलिस ने इस बारे कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की। इतना जरूर कहा कि केस की जांच चल रही है। जल्द ही इसके असली कारणों का पता लगाया जाएगा बताया जा रहा है कि स्वर्ण सिंह अपनी पत्नी के साथ पिछले पंद्रह साल से आश्रम में रह रहा था। उनका पत्नी के अलावा कोई पारिवारिक सदस्य नहीं था।
बटाला (गुरदासपुर) के वृद्ध आश्रम में आग लगने से बुजुर्ग स्वर्ण सिंह की मौत हो गई।
आश्रम प्रबंधन ने हीटर से आग लगने की बात को नकारा
आश्रम प्रबंधन ने हीटर से आग लगने की बात को सिरे से नकार दिया है। पहले अंदेशा जताया जा रहा था कि ठंड की वजह से बुजुर्ग दंपती कमरे में हीटर लगाकर सोए थे। इसलिए हीटर की तार में शार्ट सर्किट होने से आग लग गई। आश्रम प्रबंधन कमेटी के मुताबिक उनके यहां रहने वाले सभी बुजुर्ग बिना हीटर के ही रहते हैं।
आश्रम में रहते हैं कुल 16 बुजुर्ग
आश्रम प्रबंधन कमेटी ने बताया कि उनके यहां कुल 13 पुरुष तथा तीन महिलाएं मिलाकर 16 बुजुर्ग रहते हैं। लगभग सभी को अलग-अलग कमरा दिया गया गया है। आश्रम में कुल कमरें 62 हैं। किसी प्रकार की आश्रम में कोई अव्यवस्था नहीं है। समय-समय पर आश्रम की रेनोवेशन की जाती है।
53 वर्ष पुराना है वृद्वा आश्रम
दैनिक प्रार्थना सभा का यह आश्रम 53 वर्ष पुराना है। इसका नींवपत्थर बटाला के रहने वाले मशहूर समाजसेवी महाशय गोकल चंद ने रखा था। उनके पूरे देश में ऐसे कई अनगिनत आश्रम चल रहे हैं। यहां पर बुजुर्ग और बेसहारा लोगों को आश्रय दिया जाता है। उनके रहने खाने-पीने की हर व्यवस्था का प्रबंध उचित तरीके से किया जाता है।
पुलिस की टीम उच्च-स्तरीय कर रही है जांच
आश्रम में लगी आग को लेकर डीएसपी सिटी परविंदर कौर, एसएचओ थाना सिटी सतीश कुमार के नेतृत्व में उच्च-स्तरीय टीम केस की जांच में जुट गई। बताया जा रहा है कि आग लगने के उपरांत पुलिस के कई आलाधिकारी मौके पर पहुंचे थे। दरअसल, जिस संस्था द्वारा इस आश्रम को चलाया जा रहा है, उनके धार्मिक, राजनीति तौर पर काफी अच्छे संबंध है। इसलिए पुलिस पर भी दबाव है कि इस केस में आग लगने के असली कारण क्या रहें है, उसे बारे गंभीरता से जांच की जाएं।