पंजाब मिनी बस ऑपरेटरों की कैप्टन से गुहार, परमिट रिन्यू नहीं हुए तो हो जाएंगे रोटी को मोहताज
पंजाब मिनी बस बचाओ एक्शन कमेटी के संयोजक सुरजीत सिंह सोइता और सचिव जरनैल सिंह गढ़दीवाला ने कहा कि वे परमिट रिन्यू करने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार ने उनकी अनदेखी करते हुए मिनी बसों के नए परमिट पॉलिसी बनाकर जारी कर दिए हैं।
जालंधर, जेएनएन। पंजाब मिनी बस बचाओ एक्शन कमेटी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से परमिट रिन्यू करने की गुहार लगाई है। उन्होंने मांग की है कि पंजाब में मिनी बस ऑपरेटरों की दुर्दशा को देखते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को खुद ही पहल करते हुए उनके साथ बैठक करनी चाहिए और उनकी समस्या दूर करनी चाहिए।
पंजाब मिनी बस बचाओ एक्शन कमेटी के संयोजक सुरजीत सिंह सोइता और सचिव जरनैल सिंह गढ़दीवाला ने एक संयुक्त बयान में कहा है कि पंजाब के पुराने मिनी बस ऑपरेटर अपने परमिट रिन्यू करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन पंजाब सरकार ने उन हजारों ऑपरेटरों की अनदेखी करते हुए मिनी बसों के नए परमिट पॉलिसी बनाकर जारी कर दिए हैं। एक तरफ सरकार यह दावा कर रही है कि परमिट बेरोजगार युवाओं को दिए गए हैं तो दूसरी तरफ हजारों रुपये की परमिट फीस वसूली गई है।
सरकार ने मिनी बस आपरेटरों को नजरअंदाज किया
उन्होंने कहा है कि यही वजह है कि नए परमिट के ऊपर कोई बस नहीं डाली जा रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की अनदेखी की वजह से ही मिनी बस ऑपरेटर भारी आर्थिक संकट से घिरे हुए हैं और परेशान हैं। हालात ऐसे बन गए हैं कि अब उनके लिए घर चलाना तक मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रदेश की कांग्रेस सरकार केंद्र की मोदी सरकार की तरफ से किसानों को भरोसे में लिए बिना ही कृषि बिल लागू करने का विरोध कर रही है, लेकिन दूसरी तरफ अपने ही राज्य में मिनी बस पॉलिसी बनाने के दौरान पुराने मिनी बस ऑपरेटरों को पूरी तरह से नजरअंदाज कर चुकी है।