पंजाब में कांट्रेक्ट वर्कर्स ने चलाई अनोखी मुख्यमंत्री मिलाओ पुण्य कमाओ मुहिम, 24 को करेंगे रोष प्रदर्शन
कर्मचारियों का कहना है कि जो मुलाजिमों को मुख्यमंत्री से मिलाएगा उसे पुण्य मिले इसलिए श्री दरबार साहिब और दुर्गियाणा मंदिर में अरदास और हवन करवाएंगे। मिड-डे मील दफ्तरी नान टीचिंग स्टाफ रोष मुहिम की शुरुआत 24 अप्रैल को श्री अमृतसर साहिब में इकट्ठे होकर करेंगे।
जालंधर, जेएनएन। सर्व शिक्षा अभिायान मिड-डे मील दफ्तरी नान टीचिंग स्टाफ के सदस्यों ने रेगुलर न किए जाने पर एक बार फिर से सरकार का अनोखे अंदाज में विरोध शुरू किया है। उन्होंने अपनी अनूठी मुहिम का नाम रखा है, मुख्यमंत्री मिलाओ पुण्य कमाओ। कर्मचारियों का कहना है कि जो मुलाजिमों को मुख्यमंत्री से मिलाएगा, उसे पुण्य मिले इसलिए श्री दरबार साहिब और दुर्गियाणा मंदिर में अरदास और हवन करवाएंगे। मिड-डे मील दफ्तरी नान टीचिंग स्टाफ रोष मुहिम की शुरुआत 24 अप्रैल को श्री अमृतसर साहिब में इकट्ठे होकर करेंगे।
एसएसए मिड-डे मील दफ्तरी कर्मचारी यूनियन की जिला इकाई के सोभित भगत, गगन सयाल, सुखराज, मोहित शर्मा और विशाल महाजन, राजीव शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश में 4 साल सत्ता में बिता दिए हैं, मगर मुलाजिमों की मांगों को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है।
वित्त विभाग की मंजूरी के बाद भी लटका मामला
वित्त विभाग ने 16 दिसंबर, 2019 को ही इसकी मंजूरी दे दी थी। बावजूद इसके सरकार उनके मामले को लटकाती आ रही है। यही कारण है कि सभी कर्मचारी मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात करवाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में नौ हजार अध्यापकों को पक्का कर दिया गया था। मगर उनके साथ काम करने वाले 900 दफ्तरी मुलाजिमों के साथ भेदभाव किया जा रहा है।