श्रमिकों के पलायन की खबरें गलत, पंजाब के उद्योगपति बोले- अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई करे सरकार
होली के बाद श्रमिक अपने गृह राज्यों को हर बार ही जाते हैं। कुछ लोग इसे कोरोना वायरस के डर से पलायन होना बता रहे हैं जो कि पूरी तरह गलत है। जालंधर के उद्यमियों ने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जालंधर, जेएनएन। पिछले कुछ दिन से श्रमिकों के पलायन को लेकर फैल रही अफवाहें लॉकडाउन से उभर रही जालंधर की इंडस्ट्री के लिए एक बार फिर से भारी मुश्किलें खड़ी कर सकती है। होली के बाद श्रमिक अपने गृह राज्यों को हर बार ही जाते हैं। कुछ लोग इसे कोरोना वायरस के डर से पलायन होना बता रहे हैं जो कि पूरी तरह गलत है। लॉकडाउन के बाद धीरे-धीरे जालंधर की इंडस्ट्री सामान्य कामकाज की तरफ अग्रसर है। इंडस्ट्री को विदेश से ऑर्डर भी मिल रहे हैं और घरेलू बाजार में भी खपत बढ़ने लगी है। ऑर्डर समय पर निपटाने के लिए श्रमिकों की बेहद जरूरत रहती है और लॉकडाउन में अपने गृह राज्यों को लौट चुके श्रमिक धीरे-धीरे जालंधर की इंडस्ट्री में वापस भी आ चुके हैं।
पिछले कुछ दिन से एक बार फिर से ऐसी अफवाहें फैलाई जा रही है कि किसी संभावित लॉकडाउन के डर से श्रमिक अपने गृह राज्यों को लौटने लगे हैं। हालांकि उद्योगपति और श्रमिक कोरोना वायरस के डर से किसी भी तरह के पलायन से इंकार कर रहे हैं।
अफवाहों पर अंकुश लगेः मुकुल वर्मा
स्पोर्ट्स गुड्स मैन्युफैक्चरिंग एंड एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के महासचिव मुकुल वर्मा ने कहा कि उद्योगपति और श्रमिक परस्पर सहयोग के साथ इंडस्ट्री को चला रहे हैं। श्रमिकों में घर लौटने को लेकर कोरोना वायरस संक्रमण से लेकर जुड़ी किसी तरह की कोई दहशत नहीं है। केवल वही श्रमिक लौट रहे हैं जिनके परिवार में कोई शादी समारोह है या जिन्हें गृह राज्य में हो रहे चुनाव में हिस्सा लेना है। मुकुल वर्मा ने कहा कि समूची इंडस्ट्री अपने श्रमिकों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन लगवा रही है। इस कारण श्रमिकों के पलायन संबंधी फैलाई जा रही अफवाहों पर अंकुश लगना चाहिए।
अफवाह फैलाने वालों पर एपिडेमिक एक्ट के तहत हो कार्रवाई
हॉक लेदर के संचालक एसपीएस राजू विर्क ने कहा कि श्रमिकों के पलायन को लेकर अफवाह फैलाने वालों की पहचान की जानी चाहिए और उनके खिलाफ एपिडेमिक एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई भी करनी चाहिए। राजू विर्क ने कहा कि समूची इंडस्ट्री लॉकडाउन के दौरान श्रमिकों के साथ खड़ी रही है। श्रमिकों ने फिर से इंडस्ट्री संचालकों में अपना विश्वास जताया है। वह अपने गांवों से लौट आए हैं और काम कर रहे हैं। इस समय जालंधर में श्रमिकों के पलायन जैसी कोई गतिविधि नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसी अफवाहें पूरी इंडस्ट्री के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती हैं। इस वजह से इनसे बचना चाहिए।
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