पंजाब में अब 'महाराजा' नहीं सेवक का राज, दिल खुश कर देता है नए CM चन्नी का अनोखा अंदाज
पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी आम आदमी के अंदाज में सूबे की जनता को संदेश देने में जुटे हैं कि अब महाराजा का नहीं सेवक का राज है। कभी वह सुरक्षा घेरा तोड़कर छात्रों से मिलते हैं तो कभी मंच पर भंगड़ा डाल सबका दिल जीत लेते हैं।
मनोज त्रिपाठी, जालंधर। मुख्यमंत्री बनने के 7 दिन के भीतर चरणजीत सिंह चन्नी (Punjab CM Charanjit Singh Channi Lifestyle) ने अपने अनोखे अंदाज से लोगों का दिल जीत लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से उलट वह आम आदमी के अंदाज में सूबे की जनता को संदेश देने में जुटे हैं कि अब 'महाराजा' का नहीं सेवक का राज है। कभी वह सुरक्षा घेरा तोड़कर छात्रों से मिलते हैं तो कभी मंच पर छात्रों के बीच पहुंच भंगड़ा डाल सबका दिल जीत लेते हैं। ताजा मामले में रविवार को जब वह बठिंडा दौरे पर थे, तो उन्होंने रास्ते में एक नवविवाहित जोड़े को देख अपना काफिल रुकवा लिया और बरात में शामिल हो गए। उन्होंने शादी के मौके पर मुंह मीठा किया और शगुन में दुल्हन को एक हजार रुपये भी दिए। इसका वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर खूब पसंद किया जा रहा है।
करीब छह फीट के चन्नी मुख्यमंत्री बनने के बाद जब रविवार को बठिंडा के एक गांवों में कपास की फसल को बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे तो उन्होंने अपने काफिले को रुकवा कर एक बरात में शामिल होकर वधू को आशीर्वाद और शगुन देते हुए कहा, लै भैणों (ले बहन), शादी मुबारक होवे (हो)। एक महिला ने सिर पर मिठाई की भरी परात रखी हुई थी। चन्नी ने वह उतरवाई और उसमें से खुद मिठाई निकालकर खाने लगे। इतना ही नहीं रविवार को ही जब वह मंडी कलां (बठिंडा) के मृतक किसान सुखपाल सिंह के घर पहुंचे तो उसके परिवार के साथ ही खाना खाया।
रविवार को बठिंडा दौरे में सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने आम आदमी के घर पर खाना खाया।
आचार संहिता लागू होने से पहले जनता का दिल जीतने की कवायद
सियासत पर बनी फिल्म ‘नायक’ में सीएम अनिल कपूर जिस प्रकार आम जनता के चहेते बन गए थे, उसी तरह चन्नी आम लोगों के बीच जाकर संपर्क स्थापित कर रहे हैं। नायक फिल्म देखकर लोग अनिल कपूर जैसा मुख्यमंत्री होने की ही बात करने लगे थे। अब चन्नी भी अगले विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू होने से पहले उसी अंदाज में सीएम नजर आने की कवायद में जुटे हैं।
राजा नहीं सेवक का राज
अचानक मुख्यमंत्री बनने का मौका पाने वाले चन्नी ने शायद कभी नहीं सोचा होगा कि चुनौती भरे हालात में उन्हें सूबे की सत्ता सौंपी जा सकती है। दिग्गज कांग्रेसियों की लड़ाई के चलते चन्नी को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला और अब एक सप्ताह में उन्होंने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में अपने दौरों के जरिये कुछ ऐसा करने की कवायद शुरू कर दी है, जिससे उनके साथ ही पार्टी की छवि भी सुधरे और लोगों तक यह संदेश पहुंचे कि अब पंजाब में किसी राजा का राज नहीं बल्कि सेवक का राज है।
टी स्टाल पर बैठकर पी चाए, खाईं कचौरियां
मुख्यमंत्री बनने के बाद चन्नी ने श्री दरबार साहिब में अपनी टीम के साथ माथा टेकने के बाद ही अमृतसर के ज्ञानी टी स्टाल पर बैठकर चाय की चुस्कियां ली और बोले हमसे मिलना कभी, यह पंजाब दिखाएंगे तुम्हे, नींद से जागो, नए ख्वाब दिखाएंगे तुम्हे..। तो उनका मकसद केवल बोलना नहीं बल्कि यह संदेश देना था कि वह हकीकत में नया पंजाब भले ही अभी न दिखा पाएं, लेकिन नए मुख्यमंत्री का अनोखा अंदाज लोगों को दिखा कर उनके दिलों में जगह बनाएंगे और उनका अंदाज-ए-बयां बाकियों से जुदा ही होगा।
उसके कुछ घंटे बाद चन्नी जब जालंधर स्थित एक धार्मिक स्थल में जाने से पहले डीएवी यूनिवर्सिटी में हेलिकाप्टर से उतरे तो उन्होंने तमाम सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए युवाओं के साथ न केवल मुलाकात की, बल्कि उनसे अपने अंदाज में हाथ भी मिलाया। बाद में जब कपूरथला स्थित पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी पहुंचे तो वहां स्टूडेंट्स के साथ मंच पर भंगड़ा डालकर सबका दिल जीत लिया।
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