पुराने डीसी-एसएसपी कार्यालय की जमीन बेच दो सौ करोड़ कमाएगा पुडा
पंजाब अर्बन डेवलपमेंट अथारिटी (पुडा) को अपनी प्रापर्टी पुराने डीसी-एसएसपी आफिस की जमीन से 100 पेड़ काटने की मंजूरी मिल गई है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : पंजाब अर्बन डेवलपमेंट अथारिटी (पुडा) को अपनी प्रापर्टी पुराने डीसी-एसएसपी आफिस की जमीन से 100 पेड़ काटने की मंजूरी मिल गई है। पुडा इस जमीन को बेचने की तैयारी में है इसीलिए पेड़ काटने की मंजूरी मांगी गई थी। हालांकि पुडा के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर करनेश शर्मा का कहना है कि कोशिश रहेगी कि सिर्फ 40 पेड़ ही काटे जाएं। बाकी पेड़ों को इन साइट्स की पार्किंग साइट्स में एडजस्ट किया जाएगा। पुराने डीसी-एसएसपी कार्यालय की जमीन को बेचकर पुडा ने करीब 200 करोड़ रुपये कमाने का लक्ष्य रखा है। प्लाजा चौक से रेडक्रास मार्केट तक पुडा के पास 6.61 एकड़ जमीन है। इस जमीन को 5 हिस्सों में बेचा जाना है। इसके तहत एक हिस्से के लिए 30 करोड़ रुपये रिजर्व प्राइज रखा जाएगा। बोली में सभी पांच हिस्सों को बेचकर करीब 200 करोड़ मिल जाने की उम्मीद है। इस जमीन पर इस समय कोर्ट का मालखाना है। मालखाना शिफ्ट करने के लिए 10 साल से बात चल रही थी लेकिन करीब तीन महीने पहले ही इसकी मंजूरी मिली है। जमीन के बदले में पुडा ने मालखाने को कोर्ट परिसर में शिफ्ट करना है और इसके लिए बनाई जाने वाली इमारत का खर्च भी पुडा उठाएगा। अदालत परिसर में मालखाने के लिए 11 हजार वर्ग फुट में में इमारत बनेगी।
---------- दो मंजिला कमर्शियल बूथ बनाने की मंजूरी मिलेगी
पुराने डीसी-एसएसपी कार्यालय की जमीन पर मल्टीलेवल पार्किंग बनाने की योजना थी। पार्किंग के साथ की कामर्शियल साइट्स बनाई जानी थी लेकिन अब यह प्लान ड्राप कर दिया गया है और पुडा अब जमीन को बेचेगा। जो जमीन खरीदेगा वह पुडा के नियमों के तहत कामर्शियल साइट्स बनाएगा। पुडा के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर करनेश शर्मा ने कहा कि जमीन को 1.25-1.25 एकड़ के हिस्सों के रूप में बेचा जाएगा क्योंकि इतनी महंगी जमीन एक साथ बेचना संभव नहीं है। छोटे हिस्सों में जमीन बेचने से साइटस भी जल्द डेवलप होने की उम्मीद है। सभी के लिए एक जैसा ही प्लान बनाया जाएगा। दो मंजिला बूथ-शोरुम बनाए जा सकेंगे। डेवलपर जमीन नहीं बेचेगा बल्कि कंस्ट्रक्शन करके ही देगा। पार्किंग के लिए तय जगह छोड़नी होगी। सभी मार्केट एक जैसी ही होंगी। --------
महंगे दाम में बिक सकते हैं शोरुम
शहर के पुराने बाजारों में बड़े शोरुम है लेकिन बाजारों में गाड़ियां नहीं जा सकती इसलिए अब कामर्शियल साइट्स डेवलप हो रही हैं। अगर यह जमीन बिक जाती हैं तो पुराने बाजार के कई दुकानदार यहां शिफ्ट हो सकते हैं। ऐसी भी संभावना जताई जा रही है कि एक तरह के कारोबार वाले लोग यह जमीन खरीद कर पूरी मार्केट शिफ्ट कर लें। इससे पहले भी कई मार्केट इसी तरह डेवलप हुई हैं। नई मार्केट में पार्किंग समेत कई तरह की सुविधा मिल जाएगी।