कैंट के सरकारी स्कूलों के निजीकरण के विरोध में खोला मोर्चा
कैंट बोर्ड की तरफ से लालकुर्ती बाजार और तोपखाना बाजार के स्कूल का निजीकरण करने व रामा मंडी में पांचवीं कक्षा बंद करने के प्रस्ताव के खिलाफ जनता में भारी आक्रोश है।
संवाद सूत्र, जालंधर छावनी : कैंट बोर्ड की तरफ से लालकुर्ती बाजार और तोपखाना बाजार के स्कूल का निजीकरण करने व रामा मंडी में पांचवीं कक्षा बंद करने के प्रस्ताव के खिलाफ जनता में भारी आक्रोश है। श्री गुरु रविदास सभा, नवयुवक वाल्मीकि सभा, सेंट्रल वाल्मीकि सभा इंटरनेशनल (पंजाब) के पदाधिकारियों ने कहा कि लालकुर्ती क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित वार्ड में आता है। लालकुर्ती व तोपखाना दोनों ही अनुसूचित व पिछड़े वर्ग बहुल इलाके हैं। इन इलाकों के बच्चों की शिक्षा का मौलिक अधिकार उनसे छिनने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा हम तब तक संघर्ष जारी रखेंगे जब तक कैंटबोर्ड प्रशासन द्वारा इस फैसले को बदला नहीं जाता। उन्होंने अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन विजय सांपला, एमपी चौधरी संतोख सिंह व विधायक परगट सिंह से इस भेदभाव के खिलाफ दखल देने की मांग की है। इस संबंध में 30 मार्च को समाजसेवक अखिल सूरी ने वकील एचडी सांपला के जरिए कैंट बोर्ड को लीगल नोटिस भेजा था जिसका अभी तक कोई जवाब नहीं आया। सूरी ने कहा कि वह जल्द ही कोर्ट से स्टे प्राप्त कर कैंटबोर्ड के इस गरीब विरोधी प्रस्ताव को रद करवाएंगे।