जालंधर में सुखबीर बादल का ऐलान, पंजाब में शिअद की सरकार आने पर बनाएंगे अनुसूचित जाति का डिप्टी सीएम

भारत रत्न संविधान निर्माता डा. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर डा. आंबेडकर चौक में बाबा साहेब की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे भाजपा नेताओं को अनुसूचित जाति से संबंधित संगठनों के विरोध का सामना करना पड़ा।

By Rohit KumarEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 10:44 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 12:20 PM (IST)
जालंधर में सुखबीर बादल का ऐलान, पंजाब में शिअद की सरकार आने पर बनाएंगे अनुसूचित जाति का डिप्टी सीएम
भाजपा नेताओं को अनुसूचित जाति से संबंधित संगठनों के विरोध का सामना करना पड़ा।

जालंधर, जेएनएन। भारत रत्न संविधान निर्माता डा. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर डा. आंबेडकर चौक में बाबा साहेब की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे भाजपा नेताओं को अनुसूचित जाति से संबंधित संगठनों के विरोध का सामना करना पड़ा। जिला भाजपा अध्यक्ष सुशील शर्मा, पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया, अनिल सच्चर, महिला अध्यक्ष मीनू शर्मा समेत कई बड़े नेताओं के खिलाफ अनुसूचित जाति से संबंधित संगठनों के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की। वहीं, डा. बीआर आंबेडकर को श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल को भी विरोध का सामना करना पड़ा।

शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल मे डा. भीमराव आंबेडकर जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि 2022 में शिरोमणि अकाली दल की सरकार आने पर अनुसूचित जाति से संबंधित नेता को डिप्टी सीएम बनाएंगे। सुखबीर बादल ने कहा कि पंजाब के विकास में अनुसूचित जाति का जो योगदान है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। सुखबीर बादल ने विधानसभा चुनाव से पहले अनुसूचित जाति के लोगों को पार्टी के साथ जोड़ने की कोशिश की है। विधानसभा चुनाव को सिर्फ 10 महीने रह गए हैं और ऐसा अनुमान भी लगाया जा रहा है कि चुनाव समय से पहले हो सकते हैं। सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि साल 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए कई राजनीतिक दलों से बात चल रही है और अगर विचार मिले तो गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेंगे।

वहीं, कार्यक्रम के दौरान अनुसूचित जाति से संबंधित संगठनों के विरोध को देखते हुए मौके पर मौजूद भारी संख्या में पुलिस बल ने भाजपा नेताओं को घेरे में ले लिया। संगठनों का आरोप है कि भाजपा संविधान विरोधी है और डा. भीमराव आंबेडकर के तैयार किए गए सविधान में बदलाव करना चाहती है। डा. भीमराव आंबेडकर जयंती के कार्यक्रम को देखते हुए भारी गिनती में पुलिस बल डा. आंबेडकर चौक में तैनात है।

chat bot
आपका साथी