रेलवे के निजीकरण के खिलाफ करेंगे लामबंदी : खीवा

रेलवे के निजीकरण के खिलाफ व्यापक लामबंदी होगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Jul 2020 01:53 AM (IST) Updated:Fri, 17 Jul 2020 06:09 AM (IST)
रेलवे के निजीकरण के खिलाफ करेंगे लामबंदी : खीवा
रेलवे के निजीकरण के खिलाफ करेंगे लामबंदी : खीवा

संवाद सहयोगी, नकोदर : रेलवे के निजीकरण के खिलाफ व्यापक लामबंदी होगी। यह बात सीपीआई (एम) जालंधर कपूरथला के एक्टिंग सचिव कामरेड सुरिदर खीवा ने प्रेस बयान में कही। उन्होंने कहा कि वीरवार को सीटू के आह्वान पर देश में रेलवे के ंनिजीकरण के खिलाफ आंदोलन किया गया। इसका सीपीआई (एम) जालंधर कपूरथला की कमेटी ने भी समर्थन किया।

उन्होंने कहा कि बीते दिनों मोदी सरकार ने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा की है, लेकिन देश में लगातार रोजगार के अवसर कम हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ आम जनता में व्यापक लामबंदी की जाएगी। --------------- रेलवे अब ट्रेडर्स को माल बुक कराने पर दे रहा 30 फीसद रिबेट का ऑफर

जागरण संवाददाता जालंधर

रेलवे की तरफ से व्यापारियों को माल ढुलाई के लिए ऑफर दिए जाने शुरू हो गए हैं। व्यापारियों को राहत देते हुए फिरोजपुर मंडल की तरफ से माल ढुलाई पर 30 प्रतिशत रिबेट और दो जगह से बुकिंग का ऑफर दिया है। पहले ट्रेडर्स लंबी दूरी के लिए माल भेजते थे और केवल एक जगह की बुकिंग की जाती थी। ऐसे में उन्हें उसी जगह पर माल उतारना अनिवार्य होता था। इस बार रेलवे ने ट्रेडर्स को दोनों स्टेशनों के मध्य 500 किलोमीटर के दायरे में माल उतारने की शर्त रखी है। यानि अगर दो स्टेशनों का माल लोड किया गया है तो माल 3000 किलोमीटर के दायरे में कहीं भी उतार सकता है। ऐसे में एक स्टेशन की दूरी दूसरे स्टेशन से 500 किलोमीटर के बीच की होनी चाहिए। पहले 42 रैक में माल लोड करवाना पड़ता था और अब कम से कम 10 रैक में बुकिंग जरूरी की गई है। सीनियर डीसीएम चेतन तनेजा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण काम धंधा नाममात्र हो गया है और व्यावारी वर्ग भी इसकी मार झेल रहा है। फिलहाल लंबी दूरी वाले व्यापारियों के लिए इस स्कीम को लागू किया गया है। 100 किलोमीटर तक माल ढुलाई तक कितनी रिबेट दी जाए। उस पर विचार चल रहा है।

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