गर्भवती महिलाओं को मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की जरूरत, नवांशहर में बच्चों को लगाए टीके
सीनियर मेडिकल अफसर डा. गीतांजलि सिंह ने कम्युनिटी हेल्थ सैंटर राहों में चल रहे ममता दिवस की चेकिंग की। उन्होंने आम लोगों खासकर गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को दी जा रही मुफ्त सेहत सेवाओं पर तसल्ली जताई।
संवाद सहयोगी, नवांशहर। सिविल सर्जन डा. गुरिंदरबीर कौर के निर्देश पर बुधवार को को मनाए जाने वाले ममता दिवस के मौके पर दौरान गर्भवती महिलाओं की सेहत की जांच की गई। साथ ही, छोटे बच्चों का 10 जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण किया गया। सीनियर मेडिकल अफसर डा. गीतांजलि सिंह ने कम्युनिटी हेल्थ सैंटर राहों में चल रहे ममता दिवस की चेकिंग की। उन्होंने आम लोगों खासकर गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को दी जा रही मुफ्त सेहत सेवाओं पर तसल्ली जताई।
इस मौके डा. गीतांजलि सिंह ने सेहत संभाल कर्मचारियों को हिदायत की कि सेहत विभाग का मुख्य मकसद जच्चा-बच्चा मृत्यु दर को कम करना है, इसलिए गर्भवती महिलाओं और नई माताओं को समय पर टीकाकरण करवाने के लिए उन्हें जागरूक किया जाए।
उन्होने गर्भवती महिलाओं को कोरोना काल में अपनी मानसिक सेहत पर भी ध्यान देने के लिए कहा। डा, सिंह ने ममता दिवस पर सरकारी सेहत सेवाओं की जानकारी देते बताया कि गर्भवती महिलाओं को टिटनेस के टीके और खून बढ़ाने के लिए आयरन फोलिक एसिड की गोलियां, कैल्शियम की गोलियां मुफ्त दी जाती हैं। बच्चों को बरसाती बीमारियां जैसे कि गलघोटू, काली खांसी, तपेदिक, पोलियो, दिमागी बुखार, खसरा, पीलिया और टिटनेस से बचाव के टीके लगाए जाते हैं। बच्चों को आंखों की बीमारी से बचाने के लिए विटामिन ए का घोल भी मुफ्त दिया जाता है। इस मौके एएनएमएस हरजिंदर कौर, कमलजीत कौर, आशा वर्कर सीमा और बिमला सहित सेहत विभाग के अन्य कर्मचारी व अन्य लोग मौजूद रहे।