मुफ्त बिजली की सियासत : पावरकाम के पास डाटा मौजूद, फिर भी भरे जा रहे है फार्म
पावरकाम के पास दो किलोवाट वाले डाटा व बिल की बकाया राशि की जानकारी है फिर भी सरकार ने इस काम के लिए जिला प्रशासन पावरकाम के वरिष्ठ अधिकारी एक्सईएन जेई व लाइनमैन लगा रखे है। लोग इसको मुफ्त बिजली की सियासत के रूप में देख रहे हैं।
कमल किशोर, जालंधर : पावरकाम के पास दो किलोवाट वाले डाटा व बिल की बकाया राशि की जानकारी है, फिर भी सरकार ने इस काम के लिए जिला प्रशासन, पावरकाम के वरिष्ठ अधिकारी, एक्सईएन जेई व लाइनमैन लगा रखे है। लोग इसको मुफ्त बिजली की सियासत के रूप में देख रहे हैं। विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही विधायक व पार्षद भी बिजली बिल की बकाया राशि माफ करवाने के लिए जुट चुके हैं। हर डिवीजन में बिजली पंचायत कैंप लगाए जा रहे है। कैंप में विधायक, पार्षद व पावरकाम अधिकारी लोगों के फार्म भरवाते हैं। चुनाव से पहले लोगों का साथ जोड़ने के लिए विधायक व पार्षद खुद कैंप का हिस्सा बन रहे है।
प्रदेश सरकार ने दो किलोवाट के बकाया राशि तो माफ कर दी है लेकिन जालंधर सर्किल में 110 करोड़ की डिफाल्टिंग अमाउंट खड़ी है। सवाल यह खड़ा होता है कि पावरकाम के पास दो किलोवाट वाले उपभोक्ता का डाटा होता है। हर कार्य आनलाइन हो रहा है। बिल आनलाइन निकाले जा रहे है। फिर उपभोक्ता को फार्म क्यों भरवाए जा रहे है। फार्म भरवाने के चक्कर में उपभोक्ता के साथ-साथ पावरकर्मी भी परेशान हो रहे है। शनिवार को कई जगहों पर बिजली पंचायत कैंप लगाए गए। इसमें लोगों के बिजली बिल की बकाया राशि माफ करवाने संबंधी फार्म भरे गए। विभिन्न इलाकों में लगे कैंप
शनिवार को वेस्ट डिवीजन के अधीन आते इलाके पक्का बाग, गांधी कैंप, मधुवन कालोनी व राम नगर में बिजली माफ करने को लेकर कैंप लगाए गए। कैंप में 302 उपभोक्ता पहुंचे। 13.84 लाख रुपये की डिफाल्टिंग राशि माफ करने के फार्म भरवाए। कैंप में विधायक बावा हैरनी, पावरकाम के डिप्टी चीफ इंजीनियर हरजिदर सिंह बांसल ने शिरकत करते हुए लोगों को फार्म भरने के लिए कहा। बांसल ने कहा कि मकसूदां डिवीजन के अधीन आते सुविधा केंद्र भी उपभोक्ता फार्म ले सकते है। वहीं दूसरी तरफ रविदास मंदिर, संतोखपुरा में कैंप लगाया गया, जिसमें 517 उपभोक्ता के फार्म भरे गए। बिल को देखकर उपभोक्ता की पहचान कर रहा है पावरकाम
उपभोक्ता फार्म में दो किलोवाट लोड होने की बात कहते हैं। उसे चेक करने के लिए पावरकर्मी किसी के घर नहीं जाएंगे। पावरकर्मी पिछले वर्षो के बिल को देखकर ही उपभोक्ता की पहचान कर रहे हैं। जिला प्रशासन के मुताबिक एक लाख उपभोक्ता को बिजली बिल माफ का लाभ मिलेगा। पावरकाम आनलाइन होने के बावजूद फार्म पर निर्भर
पावरकाम उपभोक्ता को आनलाइन सुविधा देने के बावजूद मैन्यूअल फार्म पर निर्भर है। पावरकाम के पास डाटा होने के बावजूद उपभोक्ता लाइन में लगकर फार्म भर रहे हैं। कई को फार्म ही नहीं मिल रहे हैं। उन्हें ब्लैक में फार्म खरीदना पड़ रहा है। तीस सितंबर तक बिल की बकाया राशि को माफ किया जा रहा है।
उपभोक्ता का डाटा व बकाया बिल राशि पावरकाम के पास मौजूद : डिप्टी चीफ इंजीनियर
पावरकाम के डिप्टी चीफ इंजीनियर हरजिदर सिंह ने कहा कि विभिन्न एरिया में कैंप लगाकर लोगों को बिल की बकाया राशि संबंधित जागरूक किया जा रहा है। उपभोक्ताओं के फार्म भी भर रहे है। दो किलोवाट वाले उपभोक्ता का डाटा व बकाया बिल राशि पावरकाम के पास मौजूद है।