जालंधर में दो से सात दिसंबर तक हड़ताल पर रहेंगे पावरकाम मैनेजमेंट व स्टाफ सदस्य, कैश काउंटर रहेंगे बंद

पावरकॉम मैनेजमेंट व पीएसईबी ज्वाइंट फोरम के सदस्यों की पे-बैंड मांग को नजरअंदाज कर दिया गया है जिसके चलते 2 दिसंबर से 7 दिसंबर तक जालंधर में स्टाफ सदस्य हड़ताल पर रहेंगे। हड़ताल के चलते कैश काउंटर बंद रहेंगे।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 02:57 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 02:57 PM (IST)
जालंधर में दो से सात दिसंबर तक हड़ताल पर रहेंगे पावरकाम मैनेजमेंट व स्टाफ सदस्य, कैश काउंटर रहेंगे बंद
जालंधर में दो से सात दिसंबर तक पावरकाम मैनेजमेंट व स्टाफ हड़ताल पर रहेगा।

जागरण संवाददाता, जालंधर। पावरकाम मैनेजमेंट व पीएसईबी ज्वाइंट फोरम के बीच मांगों को लेकर एक बार दोबारा स्टाफ सदस्य रोष प्रदर्शन करने जा रहे है। स्टाफ सदस्य मांगों को लेकर दो से सात दिसंबर तक सामूहिक छुट्टी लेकर मैनेजमेंट के खिलाफ रोष प्रदर्शन करने जा रहे है। मैनेजमेंट ने फोरम के सदस्यों को तीस नवंबर तक पे बैंड की मांग को मानने का आश्वासन दिया था। अब मैनेजमेंट मांग को नजरअंदाज कर रही है जिसके चलते सदस्य दोबारा रोष प्रदर्शन करने जा रही है।

बुधवार को ज्वाइंट फोरम व ईस्ट मंडल जालंधर की बैठक सर्किल प्रधान बलविंदर राणा की अध्यक्षता में हुई और ईस्ट डिवीजन के गेट के बाहर रोष प्रदर्शन भी किया गया। राणा ने बताया कि मैनेजमेंट ने तीस नवंबर तक पे बैंड मांग को मान लेने का आश्वासन दिया था। मैनेजमेंट ने अभी तक कोई सरकुलर जारी नहीं किया था जिसकी वजह से स्टाफ सदस्य सामूहिक छुट्टी भरकर हड़ताल करने जा रहे है। हर डिवीजन के बाहर मैनेजमेंट के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया जाएगा। पहले ही एक सप्ताह से अधिक हड़ताल पर स्टाफ था, जिससे पावरकाम को करोड़ों रपए का वित्तीय नुकसान हुआ था।

रोजानो होगा पचास करोड़ का वित्तीय नुकसान

स्टाफ हड़ताल पर होने की वजह से जालंधर सर्किल की पांच डिवीजन में कोई काम नहीं होगा। रोजाना पचास करोड़ का वित्तीय नुकसान होगा। दस हजार से अधिक स्टाफ सामूहिक छुट्टी लेकर मैनेजमेंट के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते नजर आएंगे। शक्ति सदन के गेट के बाहर भी रोष प्रदर्शन करने की रणनीति बनाई जा रही है।

पांच डिवीजन के कैश काउंट होंगे बंद

हड़ताल से उपभोक्ता को बिल जमा करवाने संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। पांच डिवीजन के कैश काउंटर बंद रहेंगे। कामकाज ठप रहेगा। नए मीटर लगाने का काम भी रूक जाएगा। अंतिम तिथि के बाद उपभोक्ता बिल का भुगतान करता है तो दो प्रतिशत जुर्माने की प्रक्रिया से गुजरना होगा।

chat bot
आपका साथी