जालंधर के प्रदूषण जांच केंद्र 30 अक्टूबर तक वाहन फोर सफ्टवेयर से जुड़ें: आरटीए

सेक्रेटरी रीजनल ट्रांसपोर्ट अथारिटी जालंधर (आरटीए) बरजिंदर सिंह ने जिले के सभी प्रदूषण जांच केंद्रों को परिवहन विभाग के वाहन फोर सफ्टवेयर से जुड़ने का निर्देश दिया हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक सभी प्रदूषण जांच केंद्रों के लिए वाहन फोर साफ्टवेयर से जुड़ना जरूरी है

By Vipin KumarEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 06:15 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 06:15 PM (IST)
जालंधर के प्रदूषण जांच केंद्र 30 अक्टूबर तक वाहन फोर सफ्टवेयर से जुड़ें: आरटीए
प्रदूषण जांच केंद्र में वाहनों की हो रही जांच

जालंधर, जेएनएन। सेक्रेटरी रीजनल ट्रांसपोर्ट अथारिटी जालंधर (आरटीए) बरजिंदर सिंह ने जिले के प्रदूषण जांच केंद्रों को परिवहन विभाग के वाहन फोर सफ्टवेयर से जुड़ने का निर्देश दिया हैं। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक सभी प्रदूषण जांच केंद्रों के लिए वाहन फोर साफ्टवेयर से जुड़ना जरूरी है।

बरजिंदर सिंह ने कहा कि सेंटर अभी तक वाहन फोर साफ्टवेयर के एप्लिकेशन प्रोग्राम इंटरफेस (एपीआई) से नहीं जुड़े, वह 30 अक्टूबर 2020 तक इस सिस्टम से जुड़ें। अगर निर्धारित समय बीतने के बावजूद जो सेंटर वाहन फोर साफ्टवेयर से नहीं जुड़ेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि परिवहन विभाग की तरफ से सुप्रीम कोर्ट की तरफ से जारी निर्देशों के तहत सभी अधिकृत प्रदूषण जांच केंद्रों को वाहन फोर साफ्टवेयर से जोड़ने का आदेश दिया गया था लेकिन जो सेंटर अभी तक साफ्टवेयर पर अपडेट नहीं हुए, उन्हें आखिरी मौका देते हुए उनके लिए 30 अक्टूबर 2020 तक की समयसीमा निर्धारित की गई है। निर्धारित समय में साफ्टवेयर से नहीं जुड़ने वाले सेंटर्स के खिलाफ कार्रवाई के लिए सरकार को लिख दिया जाएगा।

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