नकली जीआइ पाइप फिटिग ने आइएसआइ माल बनाने वालों की कमर तोड़ी
जीआइ पाइप फिटिग उद्योग पर नकली जीआइ फिटिग भारी पड़ रही है। नकली माल बनाने वाले जीआइ पाइप फिटिग को कोल्ड जिक करके बेचते हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर : जीआइ पाइप फिटिग उद्योग पर नकली जीआइ फिटिग भारी पड़ रही है। नकली माल बनाने वाले जीआइ पाइप फिटिग को कोल्ड जिक करके बेचते हैं। इससे प्रोडक्ट की लागत कम आती है। इससे जीआइ फिटिग बनाने वाले कारोबारियों को नुकसान हो रहा है। नकली माल की लागत कम तो होती ही है यह लोगों की हेल्थ पर भारी पड़ता है। इन्हीं मुददों पर पाइप फिटिग मैन्यूफैक्चरिग एसोसिएशन (पीएफएमए) ने मीटिग करके लंबी चर्चा की। प्रधान दिनेश सन्नन ने कहा कि लगातार बढ़ रहे कच्चे माल के दामों के कारण इंडस्ट्री को पहले ही काफी कंपीटिशन का सामना करना पड़ रहा है। प्रोडक्ट की लागत कई कारणों से बढ़ चुकी है और उपर से नकली प्रोडक्ट परेशानी बढ़ा रहे हैं। बैठक में मौजूद पाइप फिटिग उद्योगपतियों ने ढलाई करने वालों से अपील की है कि वे आइएसआइ का सर्टिफिकेट देखकर ही किसी भी उद्योगपति के माल की ढुलाई करें। एसोसिएशन ने यह भी कहा कि उद्योगों द्वारा लाखों रुपये खर्च करके विभिन्न विभागों से प्रमाण पत्र प्राप्त किए जाते हैं लेकिन दूसरी तरफ डुप्लीकेट इंडस्ट्री सरकार की आंखों में धूल झोंक रही है। बैठक में इस बात पर भी सहमति बनाई कि अगर कोई व्यक्ति इस प्रकार के नकली उद्योग के बारे में जानकारी एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं महामंत्री को देगा तो उसका नाम गुप्त रखा जाएगा और डुप्लीकेट माल बनाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करवाएंगे। बैठक में यह भी तय किया गया है कि लगातार बढ़ रही कच्चे माल के कीमतों के कारण पाइप फिटिग के दाम सात प्रतिशत तक बढ़ाए जा रहे हैं। बैठक में एसोसिएशन के महामंत्री कृष्ण पासी, हर्ष गुप्ता, मनीष गुप्ता, राहुल शर्मा, आरपी सिंह, तरुण सिक्का, जसवीर सिंह, सतनाम सिंह मौजूद रहे।