नहीं मान रहे लोग, नियमों का जमकर उल्लंघन
कोरोना से लोगों को बचाने के लिए जिला और पुलिस प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है। लोग हैं कि मान ही नहीं रहे। वीरवार को भी सुबह नौ से दोपहर तीन बजे तक शहर खुला और कोरोना के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ीं।
संवाद सहयोगी, जालंधर : कोरोना से लोगों को बचाने के लिए जिला और पुलिस प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है। लोग हैं कि मान ही नहीं रहे। वीरवार को भी सुबह नौ से दोपहर तीन बजे तक शहर खुला और कोरोना के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ीं।
महानगर की सड़कों पर कई लोग बिना मास्क घूमते नजर आए। कहीं पर भी शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं हो रहा था। हर आदमी कोरोना से बेखौफ तो था ही, पुलिस का डर भी किसी को नहीं दिखा। शहर के मुख्य मार्गों और चौराहों पर तो पुलिस नजर आई लेकिन बाजारों में नियम तोड़ने वालों पर लगाम कसने के लिए कोई भी पुलिसकर्मी नजर नहीं आ रहा था। तीन बजे के बाद पुलिस ने शहर में हूटर मारने शुरू किए तो लोग अपने घरों की तरफ भागे। इस दौरान भी कई जगह पर बड़ा जाम लगा और कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन हुआ। तीन बजे के बाद भी बैक डोर रहे खुले
तीन बजे के बाद शहर में लाकडाउन लग गया था लेकिन फिर भी कई जगह पर दुकानों के बैक डोर या आधे शटर खुले रहे। ज्यादातर करियाना विक्रेताओं ने ही अपनी दुकानें खोली थी और आधे खुले शटर या चोर दरवाजे से सामान बेचते नजर आए। जैसे ही पुलिस का हूटर बजता शटर बंद होता और उनके जाने के बाद फिर से शटर खुल जाता। सड़कों पर बिना वजह तफरी करते रहे लोग
लाकडाउन लगने के बाद शहर में अपने-अपने घर पहुंचने की आपाधापी तो लगी रही लेकिन इसके बाद भी लोग बिना वजह सड़कों पर तफरी करते हुए नजर आए। पुलिस लोगों को घर भेज रही थी लेकिन लोग सड़कों पर घूम कर टाइम पास करने में लगे रहे।