नकली करंसी के खेल में पुलिस बन लूट लेते थे असली रुपये, हरियाणा के गैंग के 5 सदस्य गिरफ्तार
गैंग लोगों को नकली नोट दिलाने का झांसा देकर फंसाता था। जब व्यक्ति नकली नोट लेने के लिए पैसे लेकर पहुंचता था तो गैंग नकली पुलिस रेड मारकर सारा पैसा लूट लेता था। पांचों आरोपितों से हरियाणा पुलिस की वर्दी असलहा और गाड़ियां बरामद हुई हैं।
पटियाला, जेएनएन। पटियाला पुलिस ने पातडां में हुई तीन लाख रुपये की लूट के मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गैंग लोगों को नकली नोट दिलाने का झांसा देकर फंसाता था। जब व्यक्ति नकली नोट लेने के लिए पैसे लेकर पहुंचता था तो गैंग नकली पुलिस रेड मारकर सारा पैसा लूट लेता था। पांचों आरोपितों से हरियाणा पुलिस की वर्दी, असलहा और गाड़ियां बरामद हुई हैं। यह गैंग 53 वारदातें पहले ही कर चुका था। हाल में इसने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली में 30 वारदातें की हैं।
आरोपितों से तीन लाख रुपए नकदी (असली नोट), वारदात में इस्तेमाल गाड़ी, एक मारुति एरटिगा, एक रिवॉल्वर, एक डबल बैरल गन, 4 जिंदा कारतूस, 4 पुलिस वर्दियां, हरियाणा पुलिस मार्का के लोगो वाले मास्क, बरामद हुए हैं।
हरियाणा व दिल्ली इलाकों में छापेमारी करने के बाद पुलिस ने इन पांचों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान विजय कुमार निवासी नरवाणा जिला जींद हरियाणा, संजीव निवासी वाल्मिकी मोहल्ला मोरपत्ती नरवाणा जिला जींद हरियाणा, सनी उर्फ सनी शर्मा निवासी पुरानी कोटर रोड नरवाणा जिला जींद हरियाणा, सतिंदर निवासी उचाना कलां नरवाणा थाना उचाना जिला जींद हरियाणा व सनी उर्फ सनी कनड़ी निवासी गांव कनहेड़ी थाना टोहाना जिला फतेहाबाद हरियाणा के रूप में हुई है।
एक साल में दिया 30 वारदातों को अंजाम
एसएसपी आईपीएस संदीप कुमार गर्ग ने बतायाकि इस गिरोह ने 53 वारदातें पहले की थी लेकिन पिछले एक साल के दौरान 30 वारदातों को अंजाम दिया है, जिसमें चार केस पटियाला के ही हैं। इस गिरोह को एसपी ट्रैफिक पलविंदर सिंह चीमा, एसपी डी हरकमल कौर, डीएसपी पातड़ां भरपूर सिंह व सीआईए सीटी विंग के इंस्पेक्टर शमिंदर सिंह की टीम ने मिलकर काबू किया है।
ऐसे करते थे वारदातें
एसएसपी ने बताया कि इस गिरोह का नेटवर्क हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली व यूपी तक फैला हुआ था। ये लोगों को गुमराह करने के बाद फंसाते थे। जितने असली नोट दोगे, उसके दोगुने नकली नोट देने की बात तय होती थी। यही नहीं लोगों का भरोसा हासिल करने के लिए कुछ रुपये असली नोटों के देकर मार्केट में चलाने की बात कहते थे। असली नोट चल जाते थे। कई बार यह आरोपित रंग से भरी बाल्टी में पैसे डालने के बाद दो हजार रुपए के असली नोट निकालकर लोगों को दिखाते थे कि यह नकली नोट है। असली नोटों को नकली समझ लोग झांसे में आकर सौदा कर लेते थे। इसके बाद बड़ी रकम लेकर नकली नोट खरीदने पहुंचने पर उन्हें हरियाणा पुलिस की रेड के बहाने लूटते थे। आरोपितों के गैंग के कुछ मेंबर हरियाणा के हेड कांस्टेबल रैंक की फर्जी पुलिस वर्दी पहनकर आते थे।
ऐसे ट्रेस हुआ गिरोह
आरोपितों ने मई, 2021 को शिव शंदर नामक चंडीगढ़ के कारोबारी को नकली नोट लेने के लिए बुलाया तो वह तीन लाख रुपये लेकर दुगाल रोड पहुंचा। यहां पर हरियाणा पुलिस की वर्दी में पहुंचे औरोपितों ने रेड के बहाने तीन लाख रुपये छीन लिए और फरार हो गए। पुलिस टीम ने इन लोगों को पकड़ने के लिए जांच शुरू की तो मास्टरमाइंड विजय कुमार को नोएडा यूपी से, सतिंदर, सनी को जींद हरियाणा, संजीव व सनी शर्मा को नरवाणा हरियाणा से गिरफ्तार किया है।
आरोपितों का आपराधिक रिकार्ड
विजय कुमार गिरोह का मास्टरमाइंड है। गिरोह के चार सदस्य अभी फरार हैं। विजय कुमार छठीं पास है। वह लेबर मुहैया करवाने वाला ठेकेदार है। 43 साल का शादीशुदा विजय के दो बच्चे हैं। शादीशुदा सतिंदर के दो बच्चे हैं और वह दसवीं पास है। 24 साल का सनी कनड़ी बीए सेकंड ईयर तक पड़ा है, जो प्राईवेट बस ड्राइवरी का काम करता है। 26 वर्षीय संजीव कुमार दिहाड़ीदार है जबकि सनी शर्मा 34 साल का है। वह रेडीमेड कपड़ों की दुकान पर काम करता है।