'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' मुहिम को सफल बनाएं: अबरोल
दिव्य दृष्टि की अध्यक्ष प्रवीण अबरोल ने कहा कि बेटियां दो कुलों को चलाती है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : स्वयंसेवी संस्था दिव्य दृष्टि की अध्यक्ष और समाज सेविका प्रवीण अबरोल ने कहा कि बेटे अगर एक कुल को चलाते हैं तो बेटियां दो कुलों को चलाती है। ससुराल ही नहीं बल्कि मायके परिवार में भी बेटियों की भूमिका सदैव महत्वपूर्ण रही है। पीसीएम एसडी कालेजिएट सीनियर सेकेंडरी स्कूल फार गर्ल्स में आयोजित अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस समारोह के दौरान बतौर मुख्य अतिथि पहुंची प्रवीण अबरोल ने 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' मुहिम को सफल बनाने का आह्वान किया। समारोह का आगाज ज्योति प्रज्जवलित करने के साथ किया गया।
प्रवीण अबरोल ने कहा कि लिग भेद खत्म करके नारी को सम्मान दिया जाना चाहिए। विडंबना यह है कि तमाम तरह के नियम कानून होने के बावजूद आज भी महिलाएं अपने अधिकारों को लेकर दो चार हो रही हैं। बेटी को शिक्षित और आत्मनिर्भर बना कर अभिभावकों को अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने लड़कियों को अपने अधिकारों को लेकर जागरूक होने का आह्वान किया। स्कूल की प्रिसिपल संगीता शर्मा तथा सुषमा शर्मा ने शैक्षणिक के साथ-साथ लड़कियों के व्यक्तित्व विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। इस मौके पर केक भी काटा गया। स्कूल प्रबंधन की तरफ से प्रवीण अबरोल को सम्मानित किया गया।