एक महीने में डबल हुए आक्सीजन सिलेंडर के दाम

कोरोना संकट में सरकारी व गैर-सरकारी अस्पतालों में दाखिल गंभीर कोरोना मरीजों को कृत्रिम सांस देना अब महंगा हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 06:30 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 06:30 AM (IST)
एक महीने में डबल हुए आक्सीजन सिलेंडर के दाम
एक महीने में डबल हुए आक्सीजन सिलेंडर के दाम

जागरण संवाददाता, जालंधर : कोरोना संकट में सरकारी व गैर-सरकारी अस्पतालों में दाखिल गंभीर कोरोना मरीजों को कृत्रिम सांस देना अब महंगा हो गया है। आक्सीजन गैस सिलेंडर एक महीने में दोगुना महंगे हो गए। मेडिकल आक्सीजन गैस महंगी होने की वजह से निजी अस्पताल तौबा करने लगे। गैस तैयार करने वाली कंपनियां इसका कारण कच्चा माल महंगा होना बता रही है। फिलहाल सरकारी अस्पतालों को कांट्रैक्ट के तहत तय किए गए रेट पर ही आक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई मिल रही है। बढ़े हुए रेटों का उन पर कोई असर नहीं पड़ा।

आईएमए के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपप्रधान डा नवजोत सिंह दहिया ने कहा कि सिलेंडर महंगे होने से निजी अस्पताल में इलाज करना महंगा पड़ रहा है। कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ आक्सीजन सिलेंडरों की भी मांग बढ़ने की वजह से कंपनियों ने इसके दाम बढ़ा दिए। फरवरी में आक्सीजन सिलेंडर की कीमत 180 से 200 रुपये थी जो 450 रुपये तक पहुंच गई है। अस्पतालों में आक्सीजन की खपत 3 से 5 गुना तक बढ़ गई है। महंगे सिलेंडर खरीदना अस्पताल प्रबंधकों के लिए मुश्किलें पैदा रहा है। सिविल अस्पताल को चुकाने पड़ते हैं 250 रुपये प्रति सिलेंडर

सिविल अस्पताल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा सीमा का कहना है कि सिविल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट चल रहा है और रोजाना 130 सिलेंडर तैयार किए जा रहे हैं। बाकी डिमांड के अनुसार निजी संस्थानों से मंगवाई जा रहे हैं। निजी कंपनी कांट्रैक्ट के तहत 250 रुपये प्रति सेंटर दे रही है। महंगी होती सांसों की डोर

-03 गुणा बढ़ गई खपत सिलेंडरों की कोरोना के मरीज बढ़ने से

-450 रुपये तक पहुंच गए सिलेंडर के रेट कुछ ही दिनों में

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135 रुपये पिछले साल अप्रैल में रेट था एक सिलेंडर का

350 पहुंच गया था सितंबर में कोरोना के मरीज बढ़ने पर

200 रुपये रह गया था इस फरवरी में केस कम होने पर

450 पहुंच गया अब एकदम से रेट, कच्चा माल भी महंगा

---------- एक मरीज को दिन में लग जाते हैं चार सिलेंडर

कोरोना मरीज को हाई नेजल फ्लो आक्सीजन के माध्यम से प्रति मिनट 40 लीटर आक्सीजन की खपत होती है। ऐसे में मरीज को एक दिन में चार सिलेंडर लग जाते हैं।

----------------------------- लिक्विड गैस ही मंहगी मिल रही, कच्चा माल भी कम आ रहा

मेडिकल आक्सीजन गैस निर्माता कंपनी शक्ति क्रायोजेनिक के मालिक विकास पुरी व राजन गुप्ता का कहना है कि रोजाना 1200 सिलेंडर की क्षमता है। अगर उन्हें कच्चा माल मिल जाता है तो क्षमता 2000 सिलेंडर तक पहुंच सकती है। लिक्विड गैस महंगी मिल रही है जिस वजह से दाम में उछाल आया है।

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