जालंधर में श्रीमद्भगवत गीता योग रहस्य पुस्तक के लोकार्पण का संक्षिप्त कार्यक्रम किया आयोजित
जालंधर में श्रीमद्भगवत गीता योग रहस्य पुस्तक के लोकार्पण का एक संक्षिप्त कार्यक्रम आयोजित किया गया। श्री गीता जयन्ती महोत्सव कमेटी जालन्धर के अध्यक्ष रविशंकर शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि कलम और ज्ञान युक्त बुद्धि का समन्वय हो जाए तो लोगों का कल्याण अवश्य होता है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। श्री गीता जयन्ती महोत्सव कमेटी के अध्यक्ष रविशंकर शर्मा द्वारा रचित श्रीमद्भगवत गीता के 18 अध्यायों के सार रूप में श्रीमद्भगवत गीता योग रहस्य पुस्तक के लोकार्पण का एक संक्षिप्त कार्यक्रम आयोजित किया गया। पं केवल कृष्ण शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि भागवत गीता के प्रचार-प्रसार को गतिमान करने के लिए यह एक सराहनीय प्रयास है। श्री गीता जयन्ती महोत्सव कमेटी जालन्धर के अध्यक्ष रविशंकर शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि कलम और ज्ञान युक्त बुद्धि का समन्वय हो जाए तो लोगों का कल्याण अवश्य होता है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री हरि विष्णु जी के अंशावतार महर्षि वेद व्यास ने अपनी विलक्षण बुद्धि से परात्पर ब्रह्म भगवान श्रीकृष्ण द्वारा प्रदत्त इस दिव्य श्री गीता ज्ञान को सांख्ययोगोनाम, कर्मयोगोनाम, ज्ञानकर्मसन्नयासयोगोनाम, कर्मसन्नयासयोगोनाम, अक्षरब्रह्मयोगोनाम, भक्तियोगोनाम तथा मोक्षसन्नयासयोगोनाम इत्यादि नामों से 18 अध्यायों का नामकरण किया।
श्री शर्मा ने कहा कि भागवत गीता जी के प्रत्येक अध्याय के नामकरण में योग शब्द प्रयुक्त हुआ है। इसी में भागवत गीता जी का मूल भाव छिपा है। भागवत प्रेरणा से इसी भाव को भागवत गीता जी के 18 अध्यायों को सरल रूप में प्रकट करने के उद्देश्य से इसकी रचना की गई। ताकि भागवत गीता जी के मूल भाव को हम आसानी से समझ सकें। इस अवसर पर लघु उद्योग भारती पंजाब के प्रधान अरविन्द धूमल ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सब इस सरल व्याख्या से अवश्य लाभान्वित होंगे। इस अवसर पर मुख्य रूप से अशोक शर्मा, राहुल बाहरी, प्रमोद मल्होत्रा, श्याम सुन्दर शर्मा, मोहनलाल शर्मा, प्रवीण कोहली, प्रिं गुलशन सभ्रवाल, यश पहलवान, शशांक शर्मा, संजीव शर्मा, नवीन शर्मा, अजय शर्मा, अभिनन्दन शर्मा, दविन्दर चोपड़ा मुख्य रूप से उपस्थित थे।