सौ प्रतिशत ई-गिरदावरी का काम पूरा, जिले ने पाया पहला स्थान

जले ने सौ प्रतिशत ई-गिरदावरी का काम पूरा करके राज्यभर में पहला स्थान हासिल किया है। निर्धारित समय में जिले में 1353542 खसरा नंबरों को सफलतापूर्वक आनलाइन कर दिया गया है। इससे प्रापर्टी संबंधी कामों में तो पारदर्शिता आएगी ही साथ ही लोगों को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 09:57 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 09:57 PM (IST)
सौ प्रतिशत ई-गिरदावरी का काम पूरा, जिले ने पाया पहला स्थान
सौ प्रतिशत ई-गिरदावरी का काम पूरा, जिले ने पाया पहला स्थान

जागरण संवाददाता, जालंधर : जिले ने सौ प्रतिशत ई-गिरदावरी का काम पूरा करके राज्यभर में पहला स्थान हासिल किया है। निर्धारित समय में जिले में 1353542 खसरा नंबरों को सफलतापूर्वक आनलाइन कर दिया गया है। इससे प्रापर्टी संबंधी कामों में तो पारदर्शिता आएगी ही, साथ ही लोगों को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा। इससे पूर्व मैनुअल काम होने के कारण पटवारियों व कानूनगों पर तो अतिरिक्त बोझ पड़ा ही हुआ था, साथ ही काम करवाने के लिए आने वाले लोगों को भी दिक्कत हो रही थी। हालांकि, अधिकतर इलाके पहले से ही आनलाइन दर्ज किए जा चुके है, लेकिन कई ग्रामीण इलाके अभी आनलाइन दर्ज नहीं किए गए थे। इसे अब पूरा कर लिया गया है।

डीसी घनश्याम थोरी ने बताया कि निर्धारित समय में 13.53 लाख से अधिक खसरा इंदराजों को आनलाइन करके सौ प्रतिशत ई-गिरदावरी का काम पूर्ण करके जालंधर राज्य का पहला जिला बन गया है। इसके तहत मेहतपुर सब तहसील में 59540 खसरा इंदराज आनलाइन कर दिए गए है। इसके अलावा 98,244, 1,61,865, 96,301, 1,33,767, 76,031, 1,41,764, 1,72,979, 79,388, 1,17,465, 1,04,858 तथा 1,10683 इंदराज क्रमश जालंधर-दो, शाहकोट, गोराया, फिल्लौर, लोहियां, नूरमहल, नकोदर, करतारपुर, जालंधर-एक, आदमपुर तथा भोगपुर की तहसील व उप तहसीलों को आनलाइन कर दिया गया है। डीसी ने कहा कि डिजिटलाइजेशन के तहत 2020 के खरीफ की फसल सीजन के लिए फसलों की ई-गिरदावरी करने के आदेश दिए गए थे। गिरदावरी में पटवारी की तरफ से मालिक के नाम, काश्तकार का नाम, जमीन व खसरा नंबर, इलाका, जमीन की किस्म, कृषि, गैर कृषि, सिचाई के साधन, फसल का नाम व हालत को दर्ज किया गया है।

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