पहले दिन ही सीएम के आदेश ठेंगे पर, दफ्तरों में लेटलतीफी पर डीसी नाराज, चेतावनी नोटिस
सरकारी कार्यालयों में डीसी से लेकर सभी विभागों के मुलाजिमों को सुबह नौ बजे से दफ्तरों में मौजूद रहने के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के आदेश मंगलवार को पहले दिन ही ठेंगे पर रहे। बरसात ने भी इसमें रुकावट डाली। बड़ी गिनती में मुलाजिम सरकारी दफ्तरों में देरी से पहुंचे। दफ्तरों में मुलाजिमों की देरी पर डीसी घनश्याम थोरी ने नाराजगी जताई है और देरी से आने वाले मुलाजिमों और अफसरों को चेतावनी नोटिस जारी करने के आदेश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर : सरकारी कार्यालयों में डीसी से लेकर सभी विभागों के मुलाजिमों को सुबह नौ बजे से दफ्तरों में मौजूद रहने के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के आदेश मंगलवार को पहले दिन ही ठेंगे पर रहे। बरसात ने भी इसमें रुकावट डाली। बड़ी गिनती में मुलाजिम सरकारी दफ्तरों में देरी से पहुंचे। दफ्तरों में मुलाजिमों की देरी पर डीसी घनश्याम थोरी ने नाराजगी जताई है और देरी से आने वाले मुलाजिमों और अफसरों को चेतावनी नोटिस जारी करने के आदेश दिए हैं।
तहसील परिसर के सभी दफ्तरों में देरी से आने वाले मुलाजिमों पर सख्त कार्रवाई हो सकती है। सीएम ने आदेश दिया था कि सभी अधिकारी और मुलाजिम सुबह 9 बजे से आफिस में बैठेंगे। इसे लेकर सीनियर अफसर तो गंभीर रहे लेकिन क्लेरिकल स्टाफ इसे लेकर गंभीर नहीं था। बरसात के कारण शहर के कई इलाकों में जलभराव के कारण भी देरी हुई है लेकिन सभी विभागों के अधिकारियों ने मुलाजिमों को सख्त निर्देश दिए हैं कि आफिस आने में किसी भी तरह की देरी ना हो। नगर निगम में भी मुलाजिम समय पर नहीं पहुंचे
कमिश्नर करनेश शर्मा आफिस में मौजूद रहे लेकिन कई विभागों के मुलाजिम देरी से आए। इससे निगम का काम प्रभावित रहा। मेयर आफिस का स्टाफ समय पर था लेकिन तहबाजारी, वाटर सप्लाई समेत कई ब्रांचों के मुलाजिम देरी से आए। पावरकाम के दफ्तरों में भी आफिस स्टाफ से देरी से आया। इन विभागों के मुलाजिमों के पास फील्ड वर्क भी है इसलिए मुलाजिमों को काम से बाहर होने का बहाना भी मिल जाता है। इसके लिए फील्ड वर्क का समय भी तय करना होगा। निगम कमिश्नर करनेश शर्मा ने मुलाजिमों को समय पर आफिस पहुंचने की चेतावनी दी है। ईएसआइ व सिविल अस्पताल में भी कर्मी देरी से पहुंचे
सिविल अस्पताल, ईएसआइ अस्पताल तथा सिविल सर्जन दफ्तर में भी राज्य के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के आदेशों की पहले ही दिन धज्जियां उड़ी। सिविल अस्पताल और ईएसआइ अस्पताल में सुबह आठ बजे ओपीडी का समय है और डाक्टर, नर्स व स्टाफ के सदस्यों के 10 बजे तक आने का सिलसिला जारी रहा। वहीं सिविल सर्जन आफिस में नौ बजे से ड्यूटी शुरू होती है और स्टाफ के सदस्य साढ़े दस तक पहुंचे। स्टाफ ने बारिश होने की वजह से देरी से आने का तर्क दिया, सेहत विभाग का 35 फीसदी के करीब स्टाफ ड्यूटी पर देरी से पहुंचा। वहीं 10 फीसदी के करीब स्टाफ ने छु्ट्टी कर ली। सिविल सर्जन डा. बलवंत सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से जारी आदेशों की कापी के साथ आफिस की ओर से जिले के तमाम स्वास्थ्य केंद्रों को पत्र जारी कर दिया है। इनकी जांच के लिए टीमें गठित कर औचक जांच की जाएगी।