Strike in Jalandhar : जालंधर में मांगों को लेकर नर्सों की हड़ताल शुरू, सिविल में वार्ड व इमरजेंसी सेवाएं ठप
जालंधर में मांगों को लेकर नर्सों ने हड़ताल शुरू कर दी है। इससे पहले सेहत विभाग में ठेके पर तैनात मुलाजिम पिछले एक माह से हड़ताल पर चल रहे हैं। हड़ताल को लेकर सेहत विभाग के अधिकारियों ने हाथ खड़े कर दिए हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर में मांगों को लेकर नर्सों ने हड़ताल शुरू कर दी है। सिविल अस्पताल में वार्डों में तथा इमरजेंसी में तमाम सेवाएं ठप हो गई हैं। नर्सिंग छात्राओं के सिर पर स्वास्थ्य सेवाएं दम भर रही हैं। इससे पहले सेहत विभाग में ठेके पर तैनात मुलाजिम पिछले एक माह से हड़ताल पर चल रहे हैं। हड़ताल को लेकर सेहत विभाग के अधिकारियों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। वार्ड में दाखिल मरीजों को छुट्टी की जा रही है। सिविल अस्पताल में केवल इमरजेंसी आपरेशन किए जाएंगे।
एसोसिएशन की प्रधान कांता रानी का कहना है कि पहले सेहत मंत्री बलबीर सिंह और उसके बाद डिप्टी सीएम ओपी सोनी ने समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया था परंतु नतीजा नहीं निकला। उनका वेतनमान 4600 से कम कर 3200 कर दिए गया। नर्सों को अलाउंस भी नहीं मिल रहे हैं और पदनाम बदलने की मांग भी पूरी नहीं हुई है। मामले को गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। एनएचएम के तहत तैनात मुलाजिमों की हड़ताल के चलते अस्पताल में दाखिल मरीजों को खासी परेशानियों से जूझना पड़ेगा।
जच्चा बच्चा वार्ड में भी दाखिल मरीज परेशान होने लगे हैं। वहीं सिविल अस्पताल में डीएनबी कर रहे एक दर्जन डाक्टर भी काउंसलिंग न होने की वजह से हड़ताल पर है। उन्होंने इमरजेंसी सेवाएं भी ठप कर दी है। इसके अलावा एनएचएम, पंजाब एड्स कंट्रोल सोसायटी तथा नशा छुड़ाओ केंद्रों ठेके पर तैनात स्टाफ पहले से ही हड़ताल पर चल रहा है।