डीएवी कॉलेज के एनएसएस वालंटियर गुरविंदर सिंह ने मुख्यमंत्री के समक्ष किया युवा वर्ग का नेतृत्व

वर्चुअल मीटिंग में पंजाब की अलग-अलग यूनिवर्सिटी से कुल पांच विद्यार्थी इसके लिए चुने गए थे जिन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के समक्ष अपने विचार पेश किए।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Sat, 08 Aug 2020 02:16 PM (IST) Updated:Sat, 08 Aug 2020 02:16 PM (IST)
डीएवी कॉलेज के एनएसएस वालंटियर गुरविंदर सिंह ने मुख्यमंत्री के समक्ष किया युवा वर्ग का नेतृत्व
डीएवी कॉलेज के एनएसएस वालंटियर गुरविंदर सिंह ने मुख्यमंत्री के समक्ष किया युवा वर्ग का नेतृत्व

जालंधर, जेएनएन। डीएवी कॉलेज के एनएसएस वालंटियर गुरविंदर सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा हुई वर्चुअल मीटिंग में हिस्सा लिया और युवाओं का नेतृत्व करते हुए मुख्यमंत्री से सवाल पूछे और अपने विचार पेश किए। यह वर्चुअल मीटिंग पंजाब सरकार द्वारा स्पोर्ट्स व यूथ सर्विसेज विभाग व युवाओं के बीच सामंजस्य बढ़ाने के लिए आयोजित की गई थी। पंजाब की अलग-अलग यूनिवर्सिटी से कुल पांच विद्यार्थी इसके लिए चुने गए थे, जिन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के समक्ष अपने विचार पेश किए। गुरविंदर सिंह को गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर के एनएसएस व यूथ सर्विसेज विभाग जालंधर द्वारा यूनिवर्सिटी का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था।

इस मौके पर प्रिंसिपल डॉ. एसके अरोड़ा ने कहा कि यह हमारे लिए अत्यंत गौरव की बात है कि हमारे कॉलेज के विद्यार्थी को पूरी यूनिवर्सिटी की तरफ से मुख्यमंत्री पंजाब के समक्ष अपनी बात रखने के लिए चुना गया। यह डीएवी के विद्यार्थियों की कुशलता है कि उन्होंने पूरी यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों से श्रेष्ठता सिद्ध करते हुए खुद को इस काबिल बनाया कि वो यूनिवर्सिटी का नेतृत्व कर सके। उन्होंने गुरविंद्र सिंह व एनएसएस विभाग को शुभकामनाएं दी। एनएसएस कॉर्डिनेटर प्रो. एसके मिड्डा ने बताया कि हमारे वालंटियर्स सदैव ही समाज सेवा व अन्य गतिविधियों में लगे रहते हैं। उन्होंने प्रो. एचएस गुजराल (प्रोग्राम कॉर्डिनेटर, एनएसएस विभाग, जीएनडीयू), जगजीत कौर जौली व जसपाल सिंह (सहायक निर्देशक, युवक सेवाएं विभाग, जालंधर) का विशेष तौर पर धन्यवाद व्यक्त किया।

इस दौरान गुरविंदर सिंह ने बताया कि वो बहुत ही हर्षित महसूस कर रहे हैं कि उन्हें पंजाब के मुख्यमंत्री के समक्ष अपने प्रश्न व विचार रखने का मौका मिला। मीटिंग के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल पूछा कि पंजाब सरकार नौजवानों को बदलाव का दूत बनने में कैसे मदद कर सकती है। उसने मुख्यमंत्री से युवाओं के लिए स्टार्टअप के बारे में भी बात की। 

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