अब ओटीपी और आधार कार्ड नंबर से नहीं, चेहरे से निकलेंगे Digi Locker से सर्टिफिकेट
CBSE Digi Locker विद्यार्थी जब अपना इस सिस्टम में अपना चेहरा दिखाएंगे तो डिजि लाकर के डेटाबेस में दर्ज उसकी डिजिटल तस्वीर से इसे मैच किया जाएगा। विद्यार्थी का चेहरा मैच होने पर तुरंत फाइल डाउनलोड की जा सकेगी।
जालंधर [अंकित शर्मा]। अब विद्यार्थियों को अपने सर्टिफिकेट साथ रखने और कहीं गुम होने की चिंता नहीं सताएगी। सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) की तरफ से डिजि लाकर से सर्टिफिकेट और मार्कशीट निकलवाने का सुविधा शुरू कर दी है। विद्यार्थियों को अपने दसवीं और 12वीं के सर्टिफिकेट पाने के लिए न तो आधार कार्ड नंबर की जरूरत पड़ेगी और न ही मोबाइल नंबर पर आने वाले वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) की। अब विद्यार्थी केवल अपना चेहरा दिखाकर सर्टिफिकेट की फाइल डाउनलोड कर सकेगा। इसके लिए बोर्ड की तरफ से डिजि लाकर के साथ फेशियल रिकाग्नीशन सिस्टम शुरू किया गया है, जो एक मोबाइल एप्लिकेशन है।
विद्यार्थी जब अपना इस सिस्टम में अपना चेहरा दिखाएंगे तो डिजि लाकर के डेटाबेस में दर्ज उसकी डिजिटल तस्वीर से इसे मैच किया जाएगा। विद्यार्थी का चेहरा मैच होने पर तुरंत फाइल डाउनलोड की जा सकेगी।
ये है सिस्टम में बदलाव करने का कारण
बोर्ड की तरफ से यूं तो कोविड-19 के वजह से सारी कार्य प्रणाली को आनलाइन किया जा रहा है पर डिजिलाकर में फेशियल रिकागनिशन सिस्टम लाने का कारण विद्यार्थियों को बड़ी राहत मिली है। अब विद्यार्थियों के सभी सर्टिफिकेट डिजिलाकर में सुरक्षित रहेंगे और उन्हें कहीं से भी डाउनलोड किया जा सकेगा।
फेसिअल रिकाग्नीशन के कई फायदे
नौकरी पाने के लिए इंटरव्यू आदि में जाने पर विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट गुम होने की चिंता सताती रहती थी। कई छात्र तो डिजिलाकर का पासवर्ड भूल जाते थे। कई बार बोर्ड के रिकार्ड में दर्ज विद्यार्थी का मोबाइल नंबर भी बदल जाता था। इस कारण सर्टिफिकेट निकलवाने के लिए ओटीपी दर्ज करने में दिक्कत रहती थी। इन सब परेशानियों से निजात मिल सकेगी।
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