परफार्मेंस सुधारने के लिए स्कूल ने कोई परीक्षा नहीं ली तो भी घबराएं नहीं, CBSE ने दिया आनलाइन परीक्षा का मौका
सीबीएसई की तरफ से विद्यार्थियों को अपनी परफार्मेंस सुधारने के लिए मौके दिए जाएंगे। मगर इसमें खास बात यह भी सामने आई है कि जिन स्कूलों की तरफ से परीक्षाएं ही नहीं ली गई और उनके विद्यार्थियों का नतीजा कैसे।
जालंधर, [अंकित शर्मा]। सीबीएसई की तरफ से विद्यार्थियों को अपनी परफार्मेंस सुधारने के लिए मौके दिए जाएंगे। मगर इसमें खास बात यह भी सामने आई है कि जिन स्कूलों की तरफ से परीक्षाएं ही नहीं ली गई और उनके विद्यार्थियों का नतीजा कैसे। बोर्ड की तरफ सभी स्कूलों से उनकी परीक्षाओं संबंधी जानकारी पहले ही मांग ली थी। ऐसे मेंबोर्ड की तरफ से साफ कर दिया है कि अगर किसी स्कूल के विद्यार्थियों की एक बार भी कोई परीक्षा नहीं ली गई तो उन्हें आनलाइन परीक्षाएं कराने का मौका दिया जा सकता है। जिसके तहत विद्यार्थी की परफार्मेंस पर उसका नतीजा तैयार किया जाएगा।
अगर उसके बावजूद भी विद्यार्थी अपने नतीजे से खुश नहीं होता है तो उसे कोरोना संक्रमण की स्थिति सुधरने पर आफलाइन होने वाली परीक्षा में बैठने का भी मौका दिया जाएगा। ताकि विद्यार्थियों में किसी प्रकार से नतीजों को लेकर निराशा, परीक्षा देते तो अंक बेहतर लाते ही जैसे भाव न पैदा हों। विद्यार्थियों की इस तरह की स्थितियों को देख कर ही यह बोर्ड की तरफ से फार्मूला अपनाया गया है।
गौर हो कि बोर्ड की तरफ से नतीजों को तैयार करने के लिए बनाई गई पालिसी के तहत फिलहाल तीन चरणों की परीक्षाओं को अपनाया गया है। जिसके तहत यूनिट टेस्ट, मिड टर्म, और प्री बोर्ड एग्जाम की मार्किंग के अनुसार नतीजों को तैयार करने का फार्मूला बनाया है। बता दें कि विद्यार्थियों की असेसमेंट 100 नंबरों के मुताबिक ही होगी, जिसमें 20 नंबर इंटर्नल असेस्मेंट के होंगे, जबकि 80 नंबर्स के यूनिट टेस्ट के दस, मिड टर्म एग्जाम के 30 नंबर और प्री बोर्ड एग्जाम के 40 नंबर्स दिए जाएंगे। इन तीनों परीक्षाओं में सबसे अधिक अंक आने वालों को ही मार्किंग का हिस्सा बनाया जाएगा। जिसके तहत ही विद्यार्थियों का नतीजा तैयार किया जाएगा।