अब छात्र भी HMV से कर सकेंगे स्किल्स प्रोग्राम, कोचिंग की भी अनुमति
अब पहला मौका है जब संस्थान के माध्यम से बाहरी कालेजों में पढ़ने वाली लड़कियों के साथ-साथ लड़कों और अन्य पुरुषों को शिक्षा मिल सकेगी।
जालंधर [अंकित शर्मा]। हंसराज महिला महाविद्यालय (एचएमवी) से अब महिलाएं ही नहीं पुरुष भी शिक्षा हासिल कर सकेंगे। हालांकि यह सिर्फ स्किल्स प्रोग्राम और कोचिंग के लिए है। कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी की तरफ से कोविड-19 की वजह से बने हालात के चलते ही यह फैसला लिया गया है। फर्क बस इतना है कि कोविड-19 की वजह से शिक्षण संस्थान बंद हैं और कॉलेज की तरफ से ऑनलाइन ही स्किल्स प्रोग्राम, शार्टटर्म कोर्सेज और कोचिंग प्रक्रिया चार अगस्त से शुरू है। इसके लिए केवल कॉलेज की छात्राएं ही नहीं कोई भी आवेदन व दाखिला ले सकता है।
प्रिंसिपल डॉ. अजय सरीन ने बताया कि एचएमवी की स्थापना महात्मा हंसराज ने 1927 में लाहौर (अब पाकिस्तान) में की थी। देश के विभाजन के बाद स्कूल 1948 में आर्य समाज विक्रमपुरा में शिफ्ट हो गया था। तत्कालीन उपराष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने सात नवंबर 1959 को वर्कशॉप चौक के पास कैंपस का उद्घाटन किया। मौजूदा समय में कॉलेज यहीं चल रहा है। कॉलेज महिलाओं को उच्च शिक्षा देने के उद्देश्य से ही बना था।
अब पहला मौका है जब संस्थान के माध्यम से बाहरी कालेजों में पढ़ने वाली लड़कियों के साथ-साथ लड़कों और अन्य पुरुषों को शिक्षा मिल सकेगी। प्रिंसिपल डॉ. अजय सरीन वर्षों बाद भी कॉलेज की अपनी पुरानी परपंरा को बरकरार रखे हुए हैं।
ये कोर्सेज शुरू किए
प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग
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