एनआरआइ सभा चुनाव: चारों उम्मीदवारों के नामांकन सही, सोशल मीडिया पर शुरू किया प्रचार Jalandhar News

रिटर्निंग ऑफिसर का कहना है कि पहले चारों उम्मीदवारों को 20 फरवरी को एक साथ बैठाया जाएगा। सहमति से प्रधान चुनने की बात रखी जाएगी।

By Sat PaulEdited By: Publish:Tue, 18 Feb 2020 10:29 AM (IST) Updated:Tue, 18 Feb 2020 02:36 PM (IST)
एनआरआइ सभा चुनाव: चारों उम्मीदवारों के नामांकन सही, सोशल मीडिया पर शुरू किया प्रचार Jalandhar News
एनआरआइ सभा चुनाव: चारों उम्मीदवारों के नामांकन सही, सोशल मीडिया पर शुरू किया प्रचार Jalandhar News

जालंधर, जेएनएन। एनआरआइ सभा पंजाब के प्रधान पद के चुनाव सात मार्च को होने जा रहे हैं। चारों उम्मीदवारों के नामांकन दस्तावेज की जांच रिटर्निंग आफिसर-एडीसी जसबीर सिंह की ओर से की गई। चारों उम्मीदवारों के नामांकन सही पाए गए हैं। 24 फरवरी को चार उम्मीदवारों में से कौन-सा उम्मीदवार नामांकन वापस लेता है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

रिटर्निंग ऑफिसर का कहना है कि पहले चारों उम्मीदवारों को 20 फरवरी को एक साथ बैठाया जाएगा। सहमति से प्रधान चुनने की बात रखी जाएगी। चारों उम्मीदवार सर्वसम्मति से प्रधान पद पर मुहल लगा देते हैं तो चुनाव प्रक्रिया से गुजरना नहीं पड़ेगा। अब मैदान में चार उम्मीदवार पूर्व प्रधान जसबीर सिंह गिल, प्रीतम सिंह नौरंगपुर, गुरविंदरजीत कौर गिल, कृपाल सहोता के नाम शामिल हैं। फिलहाल पूर्व प्रधान जसबीर सिंह गिल ने सोशल मीडिया पर अपने हक में वोट मांगने शुरू कर दिए हैं। फेसबुक पर डाली इस पोस्ट पर कई एनआरआइज ने समर्थन दिया है। बताया जा रहा है अमृतसर, मोगा, शहीद भगत सिंह नगर, होशियारपुर, मोहाली के एनआरआइज ने गिल को समर्थन दिया है।

जसबीर सिंह गिल के खेमे में आ सकते हैं प्रीतम सिंह नौरंगपुर

चर्चा है कि प्रीतम सिंह नौरंगपुर गिल के खेमे में आ सकते हैं। अगर प्रीतम सिंह गिल के खेमे में आते हैं तो जीतना तय है। प्रीतम सिंह के वोट गिल को पड़ जाएंगे। गुरविंदरजीत कौर गिल के नामांकन वापस लेने की बात सामने आ रही है। टक्कर कृपाल सहोता व जसबीर गिल के बीच होगी। उम्मीदवार कृपाल सहोता नया चेहरा हैं।

जानें कितने हैं सभा के सदस्य

एनआरआइ सभा के कुल 23,500 सदस्य हैं। इस बार सभा के पूर्व प्रधान रह चुके कमलजीत सिंह हेयर प्रधान पद की दौड़ में शामिल नहीं हुए हैं। हालांकि वे नामांकन फार्म लेकर गए थे। प्रधान पद की दौड़ में शामिल ना होने के जवाब में उन्होंने चुप्पी साध रखी है। वहीं, चार वर्ष पहले सभा के पूर्व प्रधान रहे जसबीर सिंह गिल ने अपनी पत्नी गुरिंदरजीत कौर गिल को भी मैदान में उतारा है। अगर जसबीर सिंह गिल के कागजों में कोई गड़बड़ी मिलती है तो गिल की जगह उनकी पत्नी प्रधान पद का चुनाव लड़ेंगी।

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