44 करोड़ के एलईडी स्ट्रीट लाइट्स प्रोजेक्ट के लिए कंपनी के पास न स्टाफ और न मशीनरी

स्मार्ट सिटी कंपनी का 44 करोड़ का एलइडी स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट कई खामियों को लेकर विरोध के घेरे में आ गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 06:54 AM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 06:54 AM (IST)
44 करोड़ के एलईडी स्ट्रीट लाइट्स प्रोजेक्ट के लिए कंपनी के पास न स्टाफ और न मशीनरी
44 करोड़ के एलईडी स्ट्रीट लाइट्स प्रोजेक्ट के लिए कंपनी के पास न स्टाफ और न मशीनरी

जागरण संवाददाता, जालंधर : स्मार्ट सिटी कंपनी का 44 करोड़ का एलइडी स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट कई खामियों को लेकर विरोध के घेरे में आ गया। कई पार्षद इस पर पहले ही उंगली उठा चुके हैं और एक दिन पहले विधायक राजिदर बेरी ने कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ को पत्र भी लिखा है। अब नगर निगम की स्ट्रीट लाइट्स एडहाक कमेटी ने भी विधायक बेरी के आरोपों को जायज ठहराया है। एडहाक कमेटी ने कहा है कि कंपनी के कामकाज में कई खामियां हैं और इसमें सुधार न किया गया तो कंपनी के खिलाफ कार्रवाई होगी।

एडहाक कमेटी की चेयरपर्सन मनदीप कौर मुलतानी ने कहा कि कुछ दिन पहले कंपनी के प्रतिनिधियों को बुलाकर काम में सुधार की चेतावनी दी गई थी लेकिन इसके बावजूद कोई असर नहीं हुआ। एक-दो दिन में कंपनी के प्रतिनिधियों से मीटिग करके दोबारा चेतावनी दी जाएगी और अब भी काम में सुधार न हुआ तो स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ को कार्रवाई के लिए सिफारिश करेंगे। मनदीप कौर मुल्तानी ने कहा कि कंपनी के अधिकारियों को पहले ही निर्देश दे दिया था कि हर वार्ड में इलेक्ट्रीशियन और हेल्पर की तैनाती हो ताकि खराब लाइटों को 24 घंटे के भीतर ठीक किया जा सके। इसके बावजूद अभी तक ऐसी कोई तैनाती नहीं हुई है। अगर कंपनी के पास मुलाजिम ही नहीं होंगे तो काम कैसे होगा। कमेटी के कंपनी पर आरोप

-कंपनी के पास कोई शेड्यूल नहीं है कि किस इलाके में कब लाइट लगाई जानी है। इस कारण पार्षदों को भी इसकी जानकारी नहीं उपलब्ध करवाई जाती। हर वार्ड में काम का शेड्यूल तय किया जाना चाहिए।

-कंपनी के पास मशीनरी की भी कमी है। खासकर हाइड्रोलिक सीढ़ी ना होने के कारण उन इलाकों में अभी तक लाइट नहीं बदली जा चुकी जहां पर बिजली के खंभे ऊंचें हैं।

-कंपनी के पास बिजली की तारें बदलने का भी इंतजाम नहीं है। अगर किसी इलाके में लाइटें खराब होती हैं तो उसे कई दिन तक ठीक करना मुश्किल हो जाता है। कंपनी पर सख्ती करेंगे : मुलतानी

चेयरपर्सन मुलतानी ने कहा कि जितना बड़ा प्रोजेक्ट है उसके मुताबिक कंपनी के पास इंतजाम नही हैं। अगर कंपनी शुरू में ही काम नहीं कर पा रही तो इसे अगले सालों में काम कैसे संभालेगी। स्मार्ट सिटी कंपनी से सीईओ से मीटिग करेंगे और कंपनी को भी तलब करेंगे। लाइटों की मानिटरिग के लिए भी अभी कोई इंतजाम नहीं किया गया। पार्षदों की राय से हो काम : बेरी

विधायक राजिदर बेरी ने कहा कि कंपनी अपने मुलाजिमों को भी निर्देश दे कि वह पार्षदों से को-ऑर्डिनेट करके काम करें ताकि लाइट्स ठीक तरह से लग सके। बेरी ने कहा कि एग्रीमेंट के तहत यह भी तय हुआ था कि डार्क प्वाइंट पर भी नई एलइडी लाइट लगाई जाएंगी लेकिन कंपनी ने इस पर अभी तक काम शुरू नहीं किया है।

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