एडहाक कमेटी की इजाजत के बिना एलईडी स्ट्रीट लाइट्स ठेका कंपनी को भुगतान नहीं

सड़कों और सीवरेज के बाद अब नगर निगम में स्मार्ट सिटी कंपनी के स्ट्रीट लाइट्स प्रोजेक्ट को लेकर सियासत गरमा रही है। स्ट्रीट लाइट एडहाक कमेटी की मीटिग में कंपनी के कामकाज क्वालिटी और सर्विस को लेकर सवाल खड़े किए गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Aug 2021 08:15 AM (IST) Updated:Sat, 07 Aug 2021 08:15 AM (IST)
एडहाक कमेटी की इजाजत के बिना एलईडी स्ट्रीट लाइट्स ठेका कंपनी को भुगतान नहीं
एडहाक कमेटी की इजाजत के बिना एलईडी स्ट्रीट लाइट्स ठेका कंपनी को भुगतान नहीं

जागरण संवाददाता, जालंधर : सड़कों और सीवरेज के बाद अब नगर निगम में स्मार्ट सिटी कंपनी के स्ट्रीट लाइट्स प्रोजेक्ट को लेकर सियासत गरमा रही है। स्ट्रीट लाइट एडहाक कमेटी की मीटिग में कंपनी के कामकाज, क्वालिटी और सर्विस को लेकर सवाल खड़े किए गए हैं।

चेयरपर्सन मनदीप कौर मुलतानी ने स्पष्ट कर दिया है कि ठेका कंपनी एचपीएल को कोई भी भुगतान करने से पहले स्मार्ट सिटी कंपनी एडहाक कमेटी को जरूर सूचित करे। कमेटी मेंबरों का आरोप है कि कंपनी के कामकाज से लोग संतुष्ट नहीं है इसलिए स्मार्ट सिटी जब भी कंपनी को भुगतान करे तो एडहाक कमेटी की जानकारी में लाए ताकि कमेटी मेंबर उस काम की जांच कर लेंगे जिसके लिए भुगतान किया जा रहा है। हालांकि इससे एडहाक कमेटी और स्मार्ट सिटी कंपनी में टकराव पैदा हो सकता है क्योंकि स्मार्ट सिटी कंपनी के काम में एडहाक कमेटी कोई दखल नहीं दे सकती।

मीटिग में मौजूद निगम के एसई सतिदर कुमार और कंपनी के प्रतिनिधियों को बताया गया है कि क्वालिटी की जांच को लेकर एडहाक कमेटी के मेंबर अलग-अलग इलाकों में जांच भी करेंगे। बता दें कि एडहाक कमेटी को पार्षदों से शिकायतें मिल रही हैँ कि कंपनी की लगाई जा रही एलईडी स्ट्रीट लाइटों में से बड़ी गिनती में लाइटें लगाने के दो-तीन दिन बाद ही खराब हो रही हैं। इन लाइटों को ठीक करने के लिए अगर शिकायतें की जा रही हैं तो कंपनी उस पर भी काम नहीं कर रही। इससे लोगों को परेशानी हो रही है। मीटिग में मेंबर प्रवीणा मनु, परमजीत कौर बागड़ी, अवतार सिंह, एसई सतिदर कुमार, एक्सईएन मनजीत सिंह, अनिल चड्ढा, कांग्रेस नेता गुरनाम सिंह मुलतानी, पार्षद शमशेर सिंह खैहरा, एचपीएल कंपनी के प्रतिनिधि संजीव, कशिव और संतोष मौजूद रहे।

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कंपनी के लिए पार्षदों से एनओसी लेना जरूरी

एडहाक कमेटी की चेयरपर्सन मनदीप कौर मुलतानी ने अधिकारियों को यह भी सिफारिश की है कि वार्डों में लाइटें लगाने के काम के लिए कंपनी वार्ड पार्षद से एनओसी लें। काम पूरा होने के बाद कंपनी जब भी वार्ड छोड़े तो पहले पार्षद को काम चेक करवाए। इससे काम की क्वालिटी में सुधार होगा। वार्डों में काम की जरूरत और जानकारी पार्षदों को बेहतर होती है और उनकी सहमति से ही काम होना चाहिए।

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कमेटी ने शहर में 28 हजार नए प्वाइंट लगाने की भी सिफारिश की

स्ट्रीट लाइट एडहाक कमेटी ने मीटिग में यह भी सिफारिश की है कि कंपनी के साथ 70 हजार लाइट्स का करार हुआ है लेकिन शहर में नए इलाके जुड़ने के बाद 26 हजार नए प्वाइंट और लगाने की जरूरत बन गई है। इसलिए कंपनी इस प्रोजेक्ट में इन नए प्वाइंट्स को भी शामिल करे ताकि शहर के कोई भी इलाका एलईडी लाइट्स से वंचित ना रह जाए। चेयरपर्सन मुलतानी ने कहा कि इसके लिए कंपनी के मौजूदा टेंडर की राशि को बढ़ाने का प्रावधान हो।

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रिपेयर के लिए स्टाफ बढ़ाने की हिदायत

कमेटी ने मीटिग में मौजूद एचपीएल कंपनी के प्रतिनिधियों को यह हिदायत भी दी है कि नई लाइटें लगने और खराब हो रही लाइटों को ठीक करने के लिए इलेक्ट्रिशियन और हेल्परों का स्टाफ बढ़ाया जाए। फिलहाल तीन वार्ड पर एक इलेक्ट्रिशियन तैनात है लेकिन जिस गिनती से लाइटें खराब हो रही हैं उससे यह तैनाती कम पड़ रही है। तय समय में काम पूरा करने के लिए भी स्टाफ बढ़ाने की जरुरत है।

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शिकायत करने के लिए नंबर सार्वजनिक हो

स्ट्रीट लाइट्स एडहाक कमेटी ने कंपनी को निर्देश दिया है कि खराब हो रही लाइटों की शिकायत के लिए कंपनी ने जो भी फोन नंबर तय किया है उसे सार्वजनिक किया जाए। लोगों को इस नंबर की जानकारी नहीं है जिस कारण से लोग खुद शिकायत नहीं कर पाते। कमेटी ने कंपनी के प्रतिनिधियों से कहा कि वह शिकायत नंबर को जनता तक प्रचारित करें ताकि खराब लाइटों को समय पर ठीक किया जा सके।

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