झूले लगाने की नहीं मिली इजाजत, लंगर भी नहीं बांटा जाएगा

अनंत चौदस यानि 19 सितंबर को मनाए जाने वाले श्री सिद्ध बाबा सोढल मेले में नहीं लगेंगे झूले

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 08:53 PM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 08:53 PM (IST)
झूले लगाने की नहीं मिली इजाजत, लंगर भी नहीं बांटा जाएगा
झूले लगाने की नहीं मिली इजाजत, लंगर भी नहीं बांटा जाएगा

जागरण संवाददाता, जालंधर :

अनंत चौदस यानि 19 सितंबर को मनाए जाने वाले श्री सिद्ध बाबा सोढल मेले में इस बार न तो झूले सजाए जाएंगे और न ही मंदिर के बाहर लंगर लगाने की इजाजत होगी। हालांकि, मंदिर के दायरे के अंदर लंगर लगाए जाएंगे। लेकिन, इसमें भी पैक्ड फूड को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही मेले से दो दिन पहले पुलिस रूट प्लान जारी करके लोगों को इसके मुताबिक ही मंदिर आने का आह्वान करेगी। उधर, मेले वाले दिन संभावित भारी भीड़ के चलते अभी से श्रद्धालुओं की आमद मंदिर में शुरू हो चुकी है। श्रद्धालु परिवार सहित मंदिर में अभी से नतमस्तक हो रहे हैं।

कोरोना महामारी के चलते नहीं दी इजाजत

कोरोना महामारी के चलते पुलिस प्रशासन ने मेले के मार्ग में झूले लगाने की इजाजत नहीं दी है। लिहाजा राम नगर रोड पर जो झूले लगाने का प्रयास किया जा रहा था उसे पुलिस ने रोक दिया है। झूले लगाकर रोजी रोटी चलाने वाले ऋषभ यादव ने कहा कि वह मेले में हर वर्ष प्रीत नगर रोड पर झूले लगाता है, जहां पर 15 दिन पहले तैयारियां शुरू कर दी जाती हैं। मेले से पूर्व झूले वाले स्थानों पर पुलिस भी तैनात की जाती है। लेकिन, इस बार पुलिस प्रशासन ने झूले सजाने की इजाजत नहीं दी। जिसके चलते कारोबार करना मुश्किल लग रहा है। अब चंद दिन शेष रह गए हैं।

खेत्री लेकर आने वाले श्रद्धालुओं को दी जाएगी प्राथमिकता

मेले के दौरान चड्ढा व आनंद बिरादरी के लोग सप्ताह पूर्व घरों में खेत्री बीजते हैं, जो कि अनंत चौदस वाले दिन साथ लेकर आते हैं व मंदिर में धार्मिक रस्में पूरी करते है। ऐसे में खेत्री लेकर मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश को लेकर प्राथमिकता दी जाएगी। इस बारे में चड्ढा बिरादरी के अध्यक्ष व पार्षद विपिन चड्ढा बब्बी ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों की सख्ती के साथ पालना करवाने के लिए सेवादार तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बिरादरी के सेवादार श्रद्धालुओं को माथा टेकने के बाद मंदिर से बाहर जाने का आग्रह करेंगे। इसके साथ ही बिरादरी की तरफ से मंदिर में पैक्ड फूड व कचौरियों का लंगर लगाया जाएगा, जो केवल श्रद्धालुओं को देकर मंदिर से बाहर जाने का आह्वान किया जाएगा।

इस मौके पर उनके साथ सुनील चड्ढा बिल्लू, जेबी चड्ढा, शाम लाल चड्ढा, ललित चड्ढा, रमन शर्मा, अश्वनी शर्मा, वरिदंर चड्ढा, प्रवीण महेंद्रू, दीपक महेंद्रू सहित सदस्य मौजूद थे।

हिदुओं के आयोजनों पर प्रतिबंध लगाना गलत

इस बारे में शिव सेना हिंद के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष इशांत शर्मा ने कहा कि वह हर धर्म का सम्मान करते हैं। लेकिन, हिंदुओं के आयोजनों पर सरकार व प्रशासन का प्रतिबंध लगाना गलत है। इसी तरह हिदू नेता मुनीश बाहरी ने कहा कि श्री सिद्ध बाबा सोढल के साथ देश भर से लोगों की आस्था जुड़ी है। मेले में सरकार को सुविधाएं देनी चाहिए, जबकि बंदिशें लगा कर लोगों में डर पैदा किया जा रहा है। शिवसेना समाजवादी के उत्तर भारत के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश रिंकू ने कहा कि मेले व त्योहार आपसी भाईचारे को प्रेरित करते हैं। यह भारतीय संस्कृति का हिस्सा है। कोरोना की सक्रियता पहले से काफी कम हो चुकी है। ऐसे में सरकार को तमाम इंतजाम करने के बाद विधिवत रूप से मेला करवाने की इजाजत देनी चाहिए।

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