कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट नहीं तो गांवों में NO ENTRY, 6 हिदायतों के साथ पंजाब की 122 पंचायतों ने संभाला मोर्चा

पंजाब में ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना संक्रमण के मामले मिलने लगे हैं। ऐसी में सरकार चिंतित हुई तो पंचायतों ने साथ देना शुरू किया। तरनतारन की 122 पंचायतों ने मोर्चा संभाला और बिना कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट गांव में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 10:43 AM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 08:57 PM (IST)
कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट नहीं तो गांवों में NO ENTRY, 6 हिदायतों के साथ पंजाब की 122 पंचायतों ने संभाला मोर्चा
तरनतारन के एक गांव में पहरे पर ग्रामीण। जागरण

तरनतारन [धर्मबीर सिंह मल्हार]। कोरोना की दूसरी लहर का ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक असर होने के बाद अब पंचायतें भी सक्रिय होने लगी हैं। एक दिन पहले मुख्यमंत्री की अपील के बाद तरनतारन की 575 पंचायतों में से 122 पंचायतों ने अपने-अपने गांव सील करने का फैसला किया है। यही नहीं, फैसला किया गया है कि गांव में अगर किसी को आना है तो उसे अपनी कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी।

गत दिवस जिले के अधिकतर गांवों के गुरुद्वारा साहिबों से भैणों ते भरावो, तुसीं तां जाणदे ही ओ, कोरोना लगातार वध रिहा है, पहलां कोरोना शहरां तक सीमित सी, पर हुण साडे पिंडां विच्च वी केस वध रहे ने। श्मशानघाटां विच्च चितावां बलदियां वेख के मन डोल रिहा है। ऐस लई पंचायत ने सर्बसम्मति नाल कई सख्त फैसले लए हन। तुहानूं असीं अपील करदे हां कि ऐस बीमारी नू हराउण विच साडा साथ देवो, यह अपील पंचायतों की ओर से की गई। ऐसी ही अपील गांव पंडोरी गोला के सरपंच पलविंदर सिंह बब्बू ने गुरुद्वारा साहिब से की।

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इस दौरान सरपंच पलविंदर सिंह बब्बू ने चौपाल पर बैठक की। बैठक में थाना सदर के प्रभारी इंस्पेक्टर प्रभजीत सिंह गिल भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि पुलिस व प्रशासन की ओर से बताया गया है कि कोविड से प्रभावित लोगों को राशन मुहैया करवाया जाएगा। ऐसे में पूरा गांव ग्रामीणों ने सील कर लिया है। यदि जरूरी काम के लिए किसी को गांव आना है तो वह पहले अपनी कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट दिखाएगा।

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इसी प्रकार गांव कदगिल के सरपंच सविंदर सिंह ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए सरकार बहुत कुछ कर रही है, परंतु पंचायतों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। हर ग्रामीण को पंचायत का साथ देते हुए गांवों में ठीकरी पहरा लगाने के लिए तैयार किया गया है। गांव बाठ के सरपंच गुर¨पदर सिंह, पंच मेवा सिंह, सरदूल सिंह, दलजीत कौर, मनविंदर सिंह, गांव देऊ के सरपंच सुखजिंदर सिंह, गांव भुल्लर के सरपंच तरसेम सिंह और गांव अलादीनपुर की महिला सरपंच कंवलजीत कौर ने भी गांव को सील करने और ठीकरी पहरा लगाने की पुष्टि की है।

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इन हिदायतों का होगा पालन प्रत्येक गांव में लगाए जाने वाले ठीकरी पहरे पर दो-दो घंटे ड्यूटी दी जाएगी। गांव में दाखिल होने वाले लोगों की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट ली जाएगी। दूध-दवाइयां, रसोई गैस व अन्य जरूरी वस्तुओं की सप्लाई प्रभावित न हो, इसके लिए गार्डियन आफ गर्वनेंस (जीओजी) की मदद ली जाएगी। गांवों की हद को जोड़ने वाले सभी रास्तों पर बैरिकेड लगाकर उसकी तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर डाली जाएगी ताकि और ग्रामीण भी जागरूक हो सकें। सरकार की हिदायतों के मुताबिक 18 वर्ष की अधिक आयु वाले सभी युवा अपना टीकाकरण करवाएंगे। टीकाकरण करवाने के लिए गांव स्तरीय कैंप लगाने के लिए सेहत विभाग की सेवाएं ली जाएगी।

जरूरी सेवाओं की सप्लाई रहेगी जारी : एसएसपी

एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले कहते है कि कोविड से बचाव के लिए पंचायतों ने जिम्मेदारी संभालकर प्रशंसनीय कदम उठाया है। इन गांवों में जरूरी सेवाओं की सप्लाई प्रभावित न हो, इसके लिए संबंधित थाना प्रभारियों को आदेश दिए गए हैं।

पंचायतों को दिया जाएगा सहयोग : डीसी

डिप्टी कमिश्नर कुलवंत सिंह धूरी कहते हैं कि अब ग्रामीण स्तर पर चौकसी बरतना समय की जरूरत बन चुका है। जिला प्रशासन इन पंचायतों को पूरा सहयोग करेगा।

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