गर्मी में दिन में नहीं होती दुकानदारी, शनिवार को दुकानें खोलने की मंजूरी से दुकानदार गदगद

लाडोवाली रोड मार्केट के दुकानदार प्रशासन की तरफ से शनिवार को दुकानें खोलने की मंजूरी देने के फैसले को अच्छा बताते हैं। उनका कहना है कि रविवार के लाकडाउन से उन्हें कोई समस्या नहीं है। ग्राहकों के लिए देर शाम ही अच्छा समय है।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 08:42 AM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 08:42 AM (IST)
गर्मी में दिन में नहीं होती दुकानदारी, शनिवार को दुकानें खोलने की मंजूरी से दुकानदार गदगद
जालंधर में दुकानदार शनिवार को दुकानें खोलने की मंजूरी देने के फैसले को अच्छा बता रहे हैं।

जालंधर, जेएनएन। लाडोवाली रोड मार्केट के दुकानदार प्रशासन की तरफ से शनिवार को दुकानें खोलने की मंजूरी देने के फैसले को अच्छा बताते हैं। उनका कहना है कि रविवार के लाकडाउन से उन्हें कोई समस्या नहीं है। ग्राहकों के लिए देर शाम ही अच्छा समय है, क्योंकि गर्मी के दिन हैं और टेंपरेचर भी बढ़ रहा है। ऐसे में ग्राहक देर शाम ही घर से सामान लेने व काम करवाने के लिए निकलता है, मगर तब तक दुकानें बंद करने का समय हो जाता है। दैनिक जागरण के फेसबुक लाइव में दुकानदारों ने कहा कि सरकार कब उनकी बात मानेगी। उनकी हालत खराब हो गई है।

ग्राहक ही नहीं मिल पा रहे हैं। कफ्र्यू शाम छह बजे से लग जाता है, मगर दुकानें उससे पहले ही बंद करनी पड़ती है। यह समय कामकाज व दफ्तर से लौटने वालों का होता है। इसी समय ग्राहक आने होते हैं।

लेखराज, संचालक, ब्रदर सीट कवर

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लाकडाउन की वजह से कामकाज रहा ही नहीं है। प्रशासन और सरकार को चाहिए कि दुकानदारों के बारे में भी सोचे और रात आठ बजे तक दुकानें खोलने की मंजूरी दे। उनकी हालत खराब होती जा रही है।

बलबीर, संचालक, कार सीट कवर

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लाकडाउन के कारण आर्थिक तंगी हो गई है। कोविड संक्रमण के हालात सुधरते हुए नजर आ रहे हैं, मगर दुकानदारों की हालत तब तक ठीक नहीं होगी, जब तक रात आठ या नौ बजे तक दुकानें खोलने की मंजूरी नहीं मिलती।

मलकीत राम हीर

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कामकाज होगा, तभी आमदनी होगी। अभी तो हालात खराब हैं और दुकान चलाने के बावजूद खर्च पूरे नहीं हो पा रहे हैं। कोरोना ने हालत पतली कर दी है। सरकार को उनकी तरफ ध्यान देना चाहिए, तभी बात बनेगी।

लाडी

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उम्मीद है कि शनिवार को भी अब कुछ काम निकल आएगा, मगर राहत तो रात आठ बजे तक दुकानें खोलने की मंजूरी मिलने पर मिलेगी। सरकार इस बारे में जल्द से जल्द फैसला ले। दो जून की रोटी पर संकट आने वाला है।

रिक्की

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जब से कोरोना काल चल रहा है, काम ठीक से नहीं हो पा रहा है। सुबह से दुकान पर आ जाते हैं, लेकिन तब ग्राहक ही नहीं आते। जब शाम को इक्का-दुक्का ग्राहक आते हैं तो उस समय दुकानें बंद करने की भी समय हो जाता है।

परमजीत

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हालात तो खराब हैं, मगर प्रशासन को चाहिए कि अब रात कम से कम आठ बजे तक दुकानें खोलने दे। हर कोई दफ्तर से घर लौटने के बाद आराम से खरीदारी करने बाजार निकलता है, लेकिन तब तक तो मार्केट बंद हो जाती है।

रजिंदर कुमार, ओम टेलीकाम

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प्रशासन को चाहिए कि अब मार्केट खुले रखने की टाइमिंग कम से कम रात आठ बजे तक करे, ताकि दुकानदारों और लोगों को भी अपनी जरूरत का सामान खरीदने में राहत मिल सके। आजकल तो उनकी कमाई ही मर गई है।

संजीव कुमार

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कोरोना काल में हालात तो ठीक नहीं है। थोड़ा बहुत काम चल रहा है। मार्केट की टाइमिंग को प्रशासन थोड़ा बढ़ाए। हम हर तरह का टैक्स सरकार को दे रहे हैं। इसके बावजूद हमारी सुविधाओं पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है।

अमरीक सिंह

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हालात तो अब पहले से सुधर रहे हैं और लोग व दुकानदार भी सावधानियां रख रहे हैं। अब मार्केट खुलने की टाइमिंग को आठ बजे तक ले जाया जाना जरूरी है, क्योंकि लोग तो शाम को ही घरों से खरीदारी करने निकलते हैं।

अशोक

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