जेल से चल रहा था नशा तस्करी का नेटवर्क, जालंधर में नाइजीरियाई मूल की महिला साथी समेत गिरफ्तार

जालंधर सीआइए देहात की टीम ने नाइजीरियाई मूल की महिला को उसके साथी के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से पुलिस ने 190 ग्राम हेरोइन बरामद की है। उसे विधिपुर फाटक के पास से दबोचा गया है।

By Edited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 08:01 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 08:23 PM (IST)
जेल से चल रहा था नशा तस्करी का नेटवर्क, जालंधर में नाइजीरियाई मूल की महिला साथी समेत गिरफ्तार
आरोपित महिला पेट्रीसिया नालोगिया युगांडा की रहने वाली है। सांकेतिक चित्र।

जागरण संवाददाता, जालंधर। जेल से चल रहे नशा सप्लाई के नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। सीआइए देहात की टीम ने नाइजीरियाई मूल की महिला को उसके साथी के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से पुलिस ने 190 ग्राम हेरोइन बरामद की है। आरोपितों की पहचान युगांडा के कंपाला स्टेट स्थित सिटी जिंजा निवासी पेट्रीसिया नालोगिया उर्फ सारा पाटनी और नई दिल्ली के बुराड़ी निवासी नरेश कुमार पुत्र तुंगिल राम के रूप में हुई है। पेट्रीसिया अभी दिल्ली के उत्तर नगर में रहती है। दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस ने दो दिन के रिमांड पर लिया है।

सीआइए इंचार्ज जरनैल सिंह ने बताया कि टीम विधिपुर फाटक के पास गश्त कर रही थी। इस दौरान उन्हें दिल्ली नंबर की एक डिजायर कार दिखाई दी। टैक्सी नंबर की कार को देखकर शक होने पर पुलिस ने रोककर तलाशी ली तो कार सवारों के पास से हेरोइन मिली। पुलिस की शुरुआती पूछताछ में यह सामने आया है कि गिरफ्तार महिला का पति पाल नशा तस्करी के मामले में कपूरथला जेल में बंद है। उसके कहने पर नशा तस्करी का यह पूरा नेटवर्क संचालित हो रहा था। पाल के कहने पर ही आरोपित महिला अपने ड्राइवर के साथ जालंधर में नशे की सप्लाई करने के लिए आई थी। पुलिस को चकमा के लिए इन लोगों ने एक टैक्सी नंबर की स्विफ्ट डिजायर कार का इस्तेमाल किया था।

पति के फोन आने पर देनी थी डिलीवरी

नशे के डिलीवरी की जानकारी देने के लिए आरोपित इंटरनेट कालिंग का इस्तेमाल कर रहे थे। महिला तस्कर और उसके साथी को इंटरनेट कालिंग के जरिए नशे के डिलीवरी लेने वाले की लोकेशन मिलनी थी। यह लोकेशन डिलीवरी लेने वाले को मिल पाती, इससे पहले ही पुलिस ने सप्लायरों को गिरफ्तार कर लिया।

हेरोइन तस्करी के लिए विदेशी महिलाओं का इस्तेमाल

जालंधर में नशे की सप्लाई करने के लिए विदेशी महिलाओं का इस्तेमाल कोई नया नहीं है। महिलाओं पर पुलिस को आसानी से शक नहीं होता इसलिए तस्कर इनका इस्तेमाल करते हैं। जिले में नशा तस्करी में शामिल अधिकांश महिलाएं हेरोइन की सप्लाई करने के लिए आती हैं। यही कारण है कि बीते दो सालों में करीब 36 महिला तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

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