सरकार की चेतावनी के बाद एनएचएम मुलाजिम काम पर लौटे
ोरोना काल के दौरान एनएचएम मुलाजिमों की ओर से पक्के होने की मांग को लेकर शुरू किया संघर्ष राज्य सरकार की ओर से सेवाएं खत्म करने के फरमान के बाद ठंडे बस्ते में चला गया। मंगलवार को सभी मुलाजिमों ने ड्यूटी ज्वाइन कर ली। इसके साथ कोरोना की जांच के लिए सैंपल लेने तथा वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज हो गई है।
जासं, जालंधर: कोरोना काल के दौरान एनएचएम मुलाजिमों की ओर से पक्के होने की मांग को लेकर शुरू किया संघर्ष राज्य सरकार की ओर से सेवाएं खत्म करने के फरमान के बाद ठंडे बस्ते में चला गया। मंगलवार को सभी मुलाजिमों ने ड्यूटी ज्वाइन कर ली। इसके साथ कोरोना की जांच के लिए सैंपल लेने तथा वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज हो गई है।
राज्य सरकार ने पहले सोमवार को सुबह 10 बजे तक हड़ताल खत्म कर मुलाजिमों को वापस लौटने की चेतावनी दी थी। उसके बाद दोबारा जारी किए गए पत्र में मंगलवार को शाम पांच बचे तक हड़ताल खत्म कर सेवाएं शुरू करने की चेतावनी दी थी। ड्यूटी न ज्वाइन करने वालों की सेवाएं खत्म करने के आदेश दिए गए थे। वहीं ड्यूटी ज्वाइन करने वालों को शपथ पत्र भी देने की हिदायतें दी है। उनकी जगह पर 1000 दिहाड़ी पर मुलाजिम तैनात करने की हियादतें दी गई हैं। यह प्रक्रिया 15 दिन में पूरी करने के आदेश जारी किए गए हैं। जिले में मंगलवार को सुबह तीन सौ से ज्यादा मुलाजिमों ने हड़ताल खत्म कर सर्विस ज्वाइन की है।
एनएचएम इंप्लाइज एसोसिएशन के प्रदेश प्रधान डा. इंद्रजीत सिंह राणा व स्थानीय इकाई के पदाधिकारी डा. योगेश सचदेवा ने बताया कि सरकार को मांगे पूरी करने के लिए 15 दिन का समय देकर फिलहाल हड़ताल वापस लेने की घोषणा की है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर मांगें पूरी न की गई तो 15 दिन बाद दोबारा हड़ताल की जाएगी। उन्होंने कहा कि मंगलवार को सुबह जिले में सभी मुलाजिमों ने ड्यूटी ज्वाइन कर ली है।
सभी मुलाजिमों ने ड्यूटी ज्वाइन की : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डा. बलवंत सिंह का कहना है जिले में सभी मुलाजिमों ने हड़ताल वापस लेकर ड्यूटी ज्वाइन कर ली है। सेवा खत्म करने के लिए किसी भी मुलाजिमों को पत्र जारी नही किया गया है।