नई सीवरेज सफाई मशीनें दो महीने से वर्कशाप में खड़ी, ड्राइवर-हेल्पर का इंतजाम नहीं

सीवरेज समस्या हल करने के लिए खरीदी गई 16 सीवर क्लीनिग ग्रैब मशीनें दो महीने से लम्मा पिड चौक स्थित नगर निगम की वर्कशाप में खड़ी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 09:18 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 09:18 PM (IST)
नई सीवरेज सफाई मशीनें दो महीने से वर्कशाप में खड़ी, ड्राइवर-हेल्पर का इंतजाम नहीं
नई सीवरेज सफाई मशीनें दो महीने से वर्कशाप में खड़ी, ड्राइवर-हेल्पर का इंतजाम नहीं

जागरण संवाददाता, जालंधर

सीवरेज समस्या हल करने के लिए खरीदी गई 16 सीवर क्लीनिग ग्रैब मशीनें दो महीने से लम्मा पिड चौक स्थित नगर निगम की वर्कशाप में खड़ी हैं। इन मशीनों को चलाने के लिए ड्राइवर और हेल्पर नहीं हैं। ड्राइवर और हेल्पर ठेके पर रखने के लिए दूसरी बार टेंडर लगाया गया है। पहली बार टेंडर के लिए सिर्फ एक कंपनी ने आवेदन किया था, जबकि शर्त के मुताबिक तीन कांट्रेक्टर का आगे आना जरूरी है। दूसरी बार अगर एक कांट्रेक्टर भी अप्लाई करता है तो ठेका दिया जा सकता है। आउटसोर्स पर ड्राइवरों और हेल्परों की भर्ती का टेंडर अगले कुछ दिनों में खुलेगा और 15 से 20 दिनों बाद ही ग्रैब मशीनें चलाई जा सकेंगी।

सीवरेज साफ करने के लिए खरीदी गई 16 मशीनों में से सभी आठ जोन में 2-2 मशीनें दी जानी हैं। शहर के सभी इलाकों में सीवरेज सफाई की जरूरत है। फोलड़ीवाल ट्रीटमेंट प्लांट के अपग्रेडेशन और बस्ती पीरदाद में प्लांट की क्षमता कम होने के कारण कई इलाकों में सीवरेज समस्या बढ़ी हुई है। खासकर जालंधर वेस्ट के इलाकों में इस समस्या के कारण कई बार धरने लग चुके हैं। बरसात आने में अब सिर्फ दो महीने रह गए हैं और सीवरेज की सफाई जरूरी है। अगर योजनागत ढंग से काम किया होता तो दो महीने पहले ही यह मशीनें चल सकती थी और सीवरेज सफाई का काम काफी हद तक पूरा हो गया होता।

उधर, एसई सतिदर कुमार का कहना है कि तीन बड़ी सुपर सक्शन और सीवरेज जेटिग मशीनों से सफाई का काम जारी है, क्योंकि तीनों मशीनों को चलाने का कांट्रेक्ट कंपनी के साथ ही हुआ था। ग्रैब मशीनों को चलाने के लिए 15 दिनों में आउटसोर्स पर स्टाफ आ जाएगा।

chat bot
आपका साथी