न जनसहयोग न निगम के पास टीम, स्वच्छता सर्वे में इसी वजह से पिछड़े

स्वच्छता सर्वे 2021 की रैंकिंग में जालंधर के फिसलने में मुख्य रूप से तीन वजह निकल कर सामने आ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 07:50 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 07:50 PM (IST)
न जनसहयोग न निगम के पास टीम, स्वच्छता सर्वे में इसी वजह से पिछड़े
न जनसहयोग न निगम के पास टीम, स्वच्छता सर्वे में इसी वजह से पिछड़े

जागरण संवाददाता जालंधर : स्वच्छता सर्वे 2021 की रैंकिंग में जालंधर के फिसलने में मुख्य रूप से तीन वजह निकल कर सामने आ रही है। इस पूरी प्रक्रिया को सफल करने के लिए जनसहयोग, नगर निगम की टीम और राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत है। जालंधर इन तीनों मामलों में पिछड़ गया है। नगर निगम ने जन जागरण अभियान भी चलाए, लेकिन इसे ज्यादा लोगों के पास नहीं पहुंचा पाए। इसकी वजह यह रही कि नगर निगम के पास टीम ही नहीं थी। जहां-जहां लोगों को इसकी जानकारी दी थी, उनका भी नगर निगम को सहयोग नहीं मिला। अगर निगम ने कहीं कड़ा रुख अपनाया तो उसपर भी सफल नहीं हो पाए, क्योंकि राजनीतिक दखल ने निगम को बैकफुट पर जाने के लिए मजबूर कर दिया। स्वच्छता सर्वे 2021 की रैंकिंग में नगर निगम का नंबर 161 रहा है, जबकि साल 2020 की रैंकिग 119 थी। नगर निगम सालिड वेस्ट मैनेजमेंट, कंस्ट्रक्शन वेस्ट और हार्टिकल्चर वेस्ट पर काम नहीं कर पाया है। इसके अतिरिक्त सीवरेज ट्रीटमेंट के साफ किए पानी को रीयूज नहीं किया जा रहा। कूड़ा प्रबंधन के लिए पिट्स प्रोजेक्ट पर भी नगर निगम सही ढंग से काम नहीं कर पा रहा। राजनीतिक दखल के कारण कई इलाकों में पिट्स प्रोजेक्ट नहीं बन पा रहे।

रैग पिकर्स को देने के बजाय अवैध डंपों पर कूड़ा फेंक रहे लोग

नगर निगम एक तरफ शहर में कूड़े के डंप खत्म कर रहा है तो लोग इसमें सहयोग नहीं कर रहे। खाली प्लाटों व खाली जगह पर कूड़ा फेंक रहे हैं। कूड़ा लेने के लिए टीमें घर-घर जाती हैं, लेकिन कई लोग महीने में पचास से 100 रुपये भी नहीं देते और खुद ही कूड़ा खाली प्लाटों में फेंकते हैं। इस वजह से बिना मंजूरी ही शहर में करीब 50 से ज्यादा डंप विकसित हो गए हैं। लोग वेस्ट मैनेजमेंट में सहयोग नहीं कर रहे हैं, जिस वजह से पिछले तीन साल के दौरान नगर निगम की हर कोशिश फेल होती जा रही है। इंदौर में सभी डंप खत्म कर दिए गए हैं और हर घर से नगर निगम की टीम कूड़ा उठा रही है।

सिर्फ निगम की जिम्मेदारी नहीं, पब्लिक-पालिटिकल सपोर्ट जरूरी : हेल्थ अफसर

नगर निगम के लिए हेल्थ अफसर श्रीकृष्ण शर्मा ने कहा कि स्वच्छता सर्वे 2021 की रैंकिग में गिरावट से निगम टीम पूरी तरह से आहत है। वेस्ट मैनेजमेंट, कंस्ट्रक्शन वेस्ट, हार्टिकल्चर वेस्ट में जो काम किए जाने थे, वह नहीं हो पाए। इसमें कोई एक जिम्मेदार नहीं है। सभी पक्ष मिलकर काम करेंगे तो सफलता मिलेगी। लोगों को यह समझना होगा की वेस्ट मैनेजमेंट सिर्फ नगर निगम की जिम्मेदारी नहीं है। यह पब्लिक का ही काम है और पब्लिक को पूरा सहयोग देना होगा। इस पर अब नए सिरे से मुहिम चलाएंगे, ताकि स्वच्छता सर्वे 2022 में बेहतर रैंकिग हासिल कर सकें। जनवरी महीने में गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग न देने पर 300 से ज्यादा चालान किए गए थे, जिस पर आगे कार्रवाई नहीं कर पाए क्योंकि राजनीतिक दबाव था। इसलिए जरूरी है कि सभी पक्ष में कर काम करें और शहर को बेहतर बनाएं। नगर निगम को इस पर सबसे ज्यादा काम करना होगा , क्योंकि सिर्फ सफाई मुलाजिमों की ही कमी नहीं है बल्कि मानिटरिग के लिए भी स्टाफ नहीं है।

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