नवजाेत सिद्धू ने बताया कैप्टन अमरिंदर से क्यों हुआ टकराव, बाेले- मेेरे मुद्दे हाईकमान के18 सूत्रीय एजेंडे में शामिल
Punjab Congress Agenda पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने खुलासा किया है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से किन मुद्दाें पर मतभेद थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने इन मुद्दों को 18 सूत्रीय एजेंडा में शामिल किया है और सरकार को इन्हें पूरा करना है।
मोरिंडा/चमकौर साहिब (रूपनगर) , जेएनएन। पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने साफ किया है कि उनका कैप्टन अमरिंदर सिंह से क्यों टकराव या खींचतान थी। सिद्धू कहा है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ उनका मतभेद मुद्दों को लेकर था। इन सभी मुद्दों को अब कांग्रेस हाईकमान ने 18 सूत्रीय एजेंडे (कार्यक्रम) में शामिल किया है और उन्हें पूरा करने के लिए राज्य सरकार को कहा गया है। सिद्धू ने दावा किया कि इन मुद्दों और वादों को पूरा करके 2022 में पंजाब में फिर कांग्रेस की सरकार बनाई जाएगी।
कहा- कैप्टन अमरिंदर से उनका मतभेद मुद्दों को लेकर था, मेरे पास खुशहाली लाने वाला पंजाब माडल
वह यहां कैबिनेट मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी के आवास पर मीडिया से बात कर रहे थे। सिद्धू ने कहा कि उनके पास पंजाब को खुशहाल बनाने वाला पंजाब माडल है। इसके आगे गुजरात और दिल्ली माडल फेल हैं। इस पर जल्द ही काम शुरू किया जाएगा। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के आरोपितों, बड़े नशा तस्करों और रेत माफिया को सजा दिलाना उनका मुख्य उद्देश्य है। बेअदबी मामले में धरना दे रहे दो सिख युवाओं की गोली लगने से हुई मौत के लिए तत्कालीन अकाली सरकार जिम्मेदार है। अगर वह गुरु की बेअदबी करने वालों को सजा न दिला सके तो फिर उनकी अध्यक्षता के कोई मायने नहीं होंगे।
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कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गुरुद्वारा श्री कोतवाली साहिब में हुए नतमस्तक
सिद्धू ने कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत नागरा व अन्य नेताओं सहित चमकौर साहिब में ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री कत्लगढ़ साहिब और मोरिंडा के ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री कोतवाली साहिब में माथा टेका। उन्होंने कहा कि यह धरती सब कुछ कुर्बान करने की प्रेरणा देती है।
कहा, किसानों से मिलने नंगे पांव दिल्ली जाऊंगा, चमकौर साहिब में हुआ विरोध
किसान मुद्दों पर सिद्धू ने कहा कि किसान उनकी पगड़ी हैं। न्योता मिलने पर वह नंगे पैर आंदोलन में जाकर किसानों से आशीर्वाद लेंगे और कृषि कानूनों को रद करवाने के लिए पूरा जोर लगा देंगे। दूसरी तरफ मोरिंडा से चमकौर साहिब जाते समय रास्ते में किसानों ने काले झंडे दिखाकर सिद्धू का विरोध किया। किसानों के अलावा ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने भी सिद्धू और चन्नी के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं चन्नी ने कहा कि विरोध करने वाले किसान नहीं हैं। आप और अकाली दल ने विरोध के लिए किसानों के रूप में इन लोगों को भेजा है।
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