Punjab Politics: उगते सूरज को सलाम... अब तो सबके कैप्टन बने सिद्धू; पढ़ें सियासत की रोचक खबरें

नवजोत सिद्धू के प्रदेश कांग्रेस प्रधान बनने पर नेताओं ने अपना कैप्टन बदलते देर नहीं लगाई। कुछ तो सिद्धू के गोल्डन गेट पर रखे गए स्वागती प्रोग्राम में ही हाजिरी लगवाने पहुंच गए। कुछ ने ताजपोशी में जाकर जता दिया कि अब तो कांग्रेस के कैप्टन सिद्धू ही हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 11:59 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 01:19 PM (IST)
Punjab Politics: उगते सूरज को सलाम... अब तो सबके कैप्टन बने सिद्धू; पढ़ें सियासत की रोचक खबरें
नवजोत सिद्धू के प्रदेश कांग्रेस प्रधान बनते ही अमृतसर के अधिकतर नेताओं ने पाला बदल लिया है।

विपिन कुमार राणा, अमृतसर। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के बीच रही तकरार में शहर में भी खूब कांग्रेसी लािंबग रही। इसी का ही परिणाम रहा कि जब कैप्टन को दोबारा 2022 का कांग्रेस का चेहरा बनाने की बात हुई तो शहर में उनके करीबियों ने होर्डिंग लगा दिए कि कैप्टन इक ही हुंदा ए। उनका इशारा कैप्टन और सिद्धू विवाद में कैप्टन को ही अपना कैप्टन बताने की ओर था। इसको लेकर खूब सियासत और तरह-तरह की कटाक्षबाजी भी हुई। नवजोत सिद्धू के प्रदेश कांग्रेस प्रधान बनने पर लगभग सभी ने अपना कैप्टन बदलते देर नहीं लगाई। कुछ तो सिद्धू के गोल्डन गेट पर रखे गए स्वागती प्रोग्राम में ही हाजिरी लगवाने पहुंच गए और कुछ अगले दिन हाजिरी बजाने उनकी कोठी पर पहुंच गए। जो रह गए थे, उन्होंने ताजपोशी में जाकर बता दिया कि अब तो कांग्रेस के कैप्टन सिद्धू ही हैं।

अपनों को कदर ही नहीं

नवजोतसिंह सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस का ताज मिलने पर भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चे के प्रदेश महासचिव कंवरबीरसिंह मंजिल ने पिछले दिनों वीडियो जारी की। इसमें तंज कसते हुए कहा, 'मित्तरा साइकिल दा वी स्टैंड ए, पर तेरा नईं'। उन्होंने भाजपाई सिद्धू के कांग्रेसी बनने के बाद बदले सियासी स्टैंड का भी ब्योरा दिया। साढ़े चार मिनट का वीडियो खूब वायरल हुआ, पर विडंबना यह रही कि भाजपाइयों ने इसे वायरल करना उचित नहीं समझा। इसमें ट्विस्ट तो तब आया जब वीडियो को फेसबुक पर 'वी सपोर्ट सुखबीरसिंह बादल' अकाउंट से शेयर किया गया। फिर भाजपाई गलियारों में इस पर चर्चा छिड़ गई कि अपनों को तो अपने की कोई कदर नहीं है, जो वीडियो भाजपाइयों द्वारा शेयर की जानी चाहिए थी, उसे अकाली दल वाले शेयर कर फायदा ले रहे हैं और हम इसलिए शेयर नहीं कर रहे कि कहीं कोई हमसे आगे न निकल जाए।

...तो पार्टी का ऐसा हाल न होता

पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महासचिव जीवन गुप्ता शहर आए। मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की हुई हार का ठीकरा पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी के सिर फोड़ दिया। जीवन गुप्ता बोले कि उनकी नान परफारर्मेंस से पार्टी हारी और जोशी भी अपनी सीट हार गए। उनके बयान के बाद भाजपाइयों में इंटरनेट मीडिया पर बहस छिड़ गई और गुप्ता से ही वर्कर पूछने लगे हैैं कि अनिल जोशी क्यों हारे, भीतरघात किसने किया, क्या आपको पता नहीं। सवा चार साल से जो अभियान जोशी विरोधी चलाया जा रहा है, अगर वही पार्टी को मजबूत करने के लिए चलाया जाता तो आज ऐसा हाल न होता। रही बात परफार्मेंस की तो वो आरटीआइ डालकर निकलवाई जा सकती है कि अनिल जोशी ने क्या काम किया, क्या नहीं किया। जो नान परफार्मर रहा हो फिर उन सभी पर कार्रवाई होनी चाहिए।

दफ्तरों के बाहर लगवा लो बूथ

नगर सुधार ट्रस्ट की ओर से बसंत एवेन्यू, रणजीत एवेन्यू, नेहरू शािंपग कांप्लेक्स के फुटपाथों पर लगवाए गए एक दूध की कंपनी के बूथ खासे विवादों में हैं। इसको लेकर शहर में खूब हो-हल्ला हो रहा है। सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक फुटपाथ लोगों के पैदल चलने के लिए बनाए गए हैं, न कि दुकानदारी के लिए, परंतु नियमों को ताक पर रखकर चहेतों को जगह अलाट कर दी गई। बाद में हवाला दे दिया कि सभी नियमों के मुताबिक बूथ दिए गए हैं। अब जब फुटपाथ पर बूथ लगवाने का प्रावधान करवा ही लिया गया है तो नगर निगम और ट्रस्ट आने वाले लोग अधिकारियों को तंज कस रहे हैं। कहते हैं कि यहां पर कोई कंटीन नहीं हैं, इसलिए वे अपने दफ्तरों के बाहर बने फुटपाथ पर खानपान के बूथ ही लगवा लें। कम से कम कार्यालय आने वाले लोगों को कोई सुविधा तो मिलेगी।

यह भी पढ़ें - इतिहास की परतें खोलतीं अमृतसर की सुरंगें, लाहौर तक जाते थे गुप्त संदेश, जुड़े हैं कई रोमांचक किस्से

यह भी पढ़ें - पंजाब में अपनी 'फौज' बनाने निकले पूर्व कैबिनेट मंत्री जोशी, फेसबुक पर लिंक डाल समर्थन में सदस्यता फार्म भरने की अपील

chat bot
आपका साथी