Punjab Politics: नवजोत सिद्धू ने खुद को बताया सीएम चेहरा, कहा- केजरीवाल को पंजाब में नहीं मिल रहा मुख्यमंत्री कैंडिडेट

नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल ने प्रदूषण फैलाने वाले आटो को बढ़ावा दिया है। वह पंजाब की मां और बहनों को एक हजार रुपये का लालच दे रहा है। अगर वह इतना ही महिला हितैषी है तो बताए दिल्ली कैबिनेट में कितनी महिलाएं हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 05:44 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 08:28 AM (IST)
Punjab Politics: नवजोत सिद्धू ने खुद को बताया सीएम चेहरा, कहा- केजरीवाल को पंजाब में नहीं मिल रहा मुख्यमंत्री कैंडिडेट
काहनूवान में बोलते हुए पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू।

संवाद सहयोगी, काहनूवान। बरात तैयार बैठी है, लेकिन केजरीवाल को अभी तक दूल्हा (सीएम चेहरा) नहीं मिला है। यह तंज पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर काहनूवान में कसा। वह कादियां के विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा द्वारा आयोजित रैली को संबोधित करते हुए कसा। सिद्धू पहली बार सबसे अधिक केजरीवाल के खिलाफ बोले और अपने भाषण में खुद को कई बार सीएम चेहरे के रुप में पेश किया।

सिद्धू ने कहा कि आरोप लगाया कि केजरीवाल झूठ की बुनियाद पर पंजाब में आम आदमी पार्टी की हवा बनाने का प्रयास कर रहे है। सिद्धू ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली की हवा को साफ नहीं कर सके और पंजाब की पराली की बात करते है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में शीला दीक्षित की सरकार के समय छह हजार बसें सीएनजी पर चलती थी, जो कि आज तीन हजार बची है। दिल्ली में केजरीवाल द्वारा प्रदूषण फैलाने वाले आटो को बढ़ावा दिया गया है। जिसके चलते दिल्ली की हवा प्रदूषित हुई है।

उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल तक केजरीवाल पंजाब में दिखाई नहीं दिया। जब सिद्धू नशा तस्करों के खिलाफ आवाज उठाता तो उस समय केजरीवाल ने उनसे माफी मांग ली। उन्होने कहा कि केजरीवाल पंजाब की मां और बहनों को हजार रुपए का लालच दे रहा है। अगर वह इतना ही महिलाओं का हितैषी है तो बताए दिल्ली कैबिनेट में कितनी महिलाएं हैं।

सिद्धू ने कहा कि केजरीवाल 26 लाख नौकरियों की बात कर रहे हैं। ऐसी बातें करने पर ही लोगों ने कैप्टन को साइड पर किया है। सिद्धू ने कहा कि केजरीवाल जो सुविधाएं पंजाब के लोगों को देने की घोषणा कर रहे है, उसके लिए एक लाख दस हजार करोड़ रुपए सलाना की जरुरत है। जबकि पंजाब का सलाना बजट ही 72 हजार करोड़ है। उसमें से 70 हजार करोड़ वेतन में चला जाता है। बाकि के पैसे कहां से लाएगा।

सिद्धू ने कहा कि मैं 2022 के चुनाव को न तो सत्ता में आने के लिए लड़ूंगा और न मैं इस चुनाव को लारे लगाने के लिए लड़ूंगा। मैं इस चुनाव को अपनी आने वाली पीढ़ी को बचाने के लिए लड़ूंगा। उन्होने कहा कि मेरा मुख्य उद्देश्य नौजवानों को रोजगार देना और किसानों की आमदन बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि 2022 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद दालों व तेल पर एमएसपी दी जाएगी। सिद्धू ने कहा कि कैप्टन अमरंिदर सिंह द्वारा किसानों को गन्ना का मूल्य 360 रुपये देेने का वायदा किया था। लेकिन मिलों द्वारा उन्हें 325 रुपए दिए जा रहे है। जबकि 35 रुपए सरकार को छोड़े जा रहे है। उन्होंने कहा कि 2022 के चुनाव के बाद सरकार बनने पर 360 रुपए दिए जाएंगे।

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