अफगानिस्तान में 300 से ज्यादा सिख व हिंदू परिवारों ने ली काबुल के गुरुद्वारे में शरण, सभी सुरक्षित

अफगानिस्‍तान में सत्‍ता पलट के बीच भारतीय भी वहां काफी संख्‍या में फंस गए हैं। वहां 300 से अधिक सिख और हिंदू परिवारों ने काबुल में गुरुद्वारे में शरण ली है। राहत की बात है कि ये सभी पूरी तरह से सुरक्षित हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Tue, 17 Aug 2021 08:07 AM (IST) Updated:Tue, 17 Aug 2021 08:07 AM (IST)
अफगानिस्तान में 300 से ज्यादा सिख व हिंदू परिवारों ने ली काबुल के गुरुद्वारे में शरण, सभी सुरक्षित
अफगानिस्‍तान में 300 से अधिक सिख और हिंदू परिवारों ने काबुल के गुरुद्वारे में शरण ली है। (फाइल फोटो)

अमृतसर, जागरण संवाददाता। अफगानिस्‍तान में सत्‍ता परिवर्तन और तालिबान के आधिपत्‍य के बाद पंजाब में भी लाेग चिंतित हैं। पंजाब और दिल्‍ली स‍हित कई जगहों के सिख और हिंदू परिवार वहां फंस गए हैं। वहां 300 से ज्‍यादा सिख और हिंदू परिवारों ने काबुल के गुरुद्वारा में शरण ली है। ये सभी सुरक्षित हैं, लेकिन वहां के बदले हालात से चिंतित हैं।

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने की गुरुद्वारा प्रबंधकों से बात

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि अफगानिस्तान में रहने वाले तीन सौ से ज्यादा सिख और हिंदू परिवारों ने काबुल के गुरुद्वारे में शरण लेकर रह रहे हैं। सिरसा ने कहा कि उनकी काबुल के गुरुद्वारा कमेटी के प्रबंधकों के साथ बात हुई है। उन्होंने बताया है कि गजनी और जलालाबाद से करीब 320 परिवार काबुल पहुंचे हैं।

उन्होंने बताया कि तालिबानियों की ओर से अफगानिस्तान में किए कब्जे के बाद वहां रहने वाले सिखों और हिंदू परिवारों में काफी दहशत है। इन 320 परिवारों में 50 के करीब हिंदू और 270 सिख परिवार है। ये सभी परिवार काबुल के गुरुद्वारे में सुरक्षित हैं। उन्होंने यह भी बताया कि गुरुद्वारा में तालिबानियों के कुछ प्रतिनिधि शरण लेकर रह रहे परिवारों की जांच करने के लिए आए थे। तालिबानियों के प्रतिनिधियों ने भी काबुल गुरुद्वारा के प्रबंधकों को आश्वासन दिया है कि वहां रह रहे परिवारों को कोई हानि नहीं पहुंचाएंगे। उनकी मांग केंद्र सरकार से मांग की है कि इन परिवारों को सुरक्षित भारत लाया जाए।

एसजीपीसी का पीडि़त परिवारों से नहीं हो पाया संपर्क

उधर,शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मुख्य सचिव एडवोकेट एचएस धामी ने कहा कि अफगानिस्तान के सिख परिवारों के साथ एसजीपीसी का कोई भी संपर्क नहीं हो पाया है। अगर वहां से सिख परिवार भारत आते हैं कि तो उनके रहन सहन के लिए एसजीपीसी ने अपने संस्थानों में सभी प्रबंध कर रखा है।

केंद्र सरकार सिख-हिंदू परिवारों को लाए भारत: सरना

उधर, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि वह तालिबान के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करते अफगानिस्तान में रहने वाले सिख और हिंदू परिवारों को भारत लाए। उन्होंने कहा कि अगर तालिबान इजाजत देता है तो इन परिवारों को पाकिस्तान में पहुंच जाना चाहिए। वहां से दिल्ली अकाली दल की तरफ से भारत सरकार और पाकिस्तान से संपर्क कर सभी को भारत लाया जाएगा।

हिंदू-सिख परिवारों की करेंगे मदद: राज्यश्री चौधरी

अखिल भारत हिुदू महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यश्री चौधरी ने केंद्र सरकार को पत्र भेज कर अपील की है कि अफगानिस्तान में नाजुक हालातों को देखते हुए वहां रहने वाले ¨हदुओं व सिखों को भारत लाने के लिए इंतजाम किया जाए। उनका संगठन इन परिवारों की भारत में हर तरह की मदद करेगा।

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