Monsoon Health Tips: बरसात में रखें खानपान का ध्यान, सीजनल फल व सब्जियों को दें तवज्जो, चाट-पकौड़े खाने से करें परहेज
Monsoon Health Tips बरसात के दिनों में नमी का स्तर बढ़ने की वजह से फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। पाचन प्रक्रिया भी प्रभावित होती है। इस दौरान खानपान को लेकर सावधानी बरतना ही सबसे बड़ा परहेज है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। मानसून की दस्तक के साथ ही गर्मी से भले ही राहत मिलती है लेकिन बारिश की बूंटों के साथ ही बीमारियों के पनपने के रास्ते भी खुल जाते हैं। बरसात के दिनों में नमी का स्तर बढ़ने की वजह से फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। पाचन प्रक्रिया भी प्रभावित होती है। इस दौरान सावधानी बरतना ही सबसे बड़ा परहेज है। सावधानी हटी तो ठंडा मौसम और नमी से भरा वातावरण स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। बैक्टीरिया का प्रसार और फंगल के कारण कई तरह के संक्रमण और बीमारियां हो सकती हैं। फ्लू से लेकर डेंगू तक कई ऐसी बीमारियां हैं जो मानसून के समय ही अपना सर उठाती हैं।
बरसात में धीमा हो जाता है पाचन तंत्र
डीएवी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. संजीव सूद कहना है कि आयुर्वेद के अनुसार जुलाई मध्य से लेकर सितंबर मध्य तक वर्षा ऋतु के दौरान हमारा संपूर्ण पाचन तंत्र धीमा और कमजोर हो जाता है। इस वर्षा ऋतु में खाद्य पदार्थों के सेवन को लेकर परहेज करना चाहिए इस समय के दौरान नपी-तुली मात्रा में ही चीजों का सेवन करें ताकि आपकी पाचन शक्ति कमजोर न पड़े। डाइटिशियन मनीषा ने बताया कि इस सीजन में सीजनल फल और सब्जियों को ज्यादा तवज्जो देना चाहिए।
क्या खाएं, किससे परहेज करें
-केवल ताजा भोजन ही ग्रहण करें। हल्का भोजन करें।
- भोजन की मात्रा पर नियंत्रण रखें और तले हुए खाद्य पदार्थों से परहेज करें।
- बरसात में चाट-पकौड़ों के सेवन से बचें।
-सूप में अदरक, लहसुन और गरम मसाला डालकर पीएं। इससे शरीर का इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है। सूप शरीर को हाइड्रेट करने का काम भी करता है।
बरसात में उबली सब्जियां खाना उत्तम, जंक फूड न खाएं
डॉ. संजीव सूद के अनुसार बरसात में उबली हुई सब्जियां ही खानी चाहिए। उबली हुई ब्रोकली, मशरूम, गाजर और टमाटर खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। बाजार में खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थों का बिल्कुल सेवन नहीं करना चाहिए, इससे पेट खराब हो सकता है।
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