जालंधर में 22 गांवाें में बनेंगे माॅडल खेल मैदान, युवाओं को नशे से दूर रखने के चलते लिया फैसला

युवाअाें काे नशे से दूर रखने के लिए जालंधर जिला प्रशासन ने एक अनूठी याेजना तैयार की है। इसके तहत 1.31 करोड़ रुपये खर्च कर खेल मैदान बनाने की तैयारी की जा रही है।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Sat, 08 Aug 2020 12:37 PM (IST) Updated:Sat, 08 Aug 2020 12:37 PM (IST)
जालंधर में 22 गांवाें में बनेंगे माॅडल खेल मैदान, युवाओं को नशे से दूर रखने के चलते लिया फैसला
जालंधर में 22 गांवाें में बनेंगे माॅडल खेल मैदान, युवाओं को नशे से दूर रखने के चलते लिया फैसला

जालंधर, जेएनएन। युवाओं को नशे से दूर रखने के उद्देश्य से जालंधर में 55 माॅडल खेल मैदान बनने जा रहे है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी अधिनियम के तहत यह मैदान बनाए जा रहे है। जिला प्रशासन ने गांव का चयन कर लिया गया है जहां मैदान तैयार किए जाएंगे।

जालंधर में कुल 55 मैदान बनाए जाएंगे। पहले चरण में 22 मैदान बनने जा रहे है। सप्ताह के भीतर मैदानों का काम भी शुरु हो जाएगा। पहले चरण में बनने वाले मैदानों पर 1.31 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। गांव सैरोबाद, लोहारां, पारसरामपुर, हरदोफराला, ईसपुर, जमशेर, युसुफपुर ढरेवाल, मेहराजवाला, सेलेमा, हरिपुर, बुलांडा, बीर पिंड, लितरां, रजोवाल, मोवाई, दोसांझ कलां, लसारा, बिल्ली चाहरमी, बाजवा कलां, मुलेवाल खेहरा, सेहला नगर, तलवंडी बुटियां गांवों में खेल मैदान बनेंगे।

एड़ीसी ( विकास) विशेष सारंगल ने बताया कि मैदान बनने के बाद सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा। नशा मुक्त राज्य बनाने में खेल अहम योगदान अदा करेगा। नशे की तरफ ध्यान नहीं होगा बल्कि खेलों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेंगे। पहले चरण में 22 माॅडल खेल मैदानों का चयन करके अगले सप्ताह काम शुरु हो जाएगा। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण गारंटी अधिनियिम के तहत मैदान बनाए जा रहे है।

अधिक से अधिक खेल मैदान बनाने की तैयारी

एडीसी ने कहा है कि राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य यही है अधिक से अधिक खेल मैदान बनाए जाएं ताकि युवा नशे के सेवन की ओर ना जाएं बल्कि मैदानों की ओर रुख करें। सरकार मैदानों पर खर्चा कर रही है ताकि ग्रास रूट खिलाड़ी तैयार हो सकें।

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