चाइल्ड लाइन संस्था की महिला कर्मी पर नाबालिग लड़की ने लगाया आरोप, कहा- शारीरिक संबंध नहीं बनाया तो किया प्रताड़ित

लड़की को बुधवार को रूटीन चेकअप के लिए सिविल अस्पताल लाया गया था। यहां पहुंचते ही लड़की फूट फूट कर रोने लगी। उसने बताया कि चाइल्ड लाइन संस्था की महिला कर्मचारी मेवल पीटर ने उसे कमरे में बंद कर दिया और एक व्यक्ति से संबंध बनाने का दबाव बनाया।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 04:18 PM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 04:18 PM (IST)
चाइल्ड लाइन संस्था की महिला कर्मी पर नाबालिग लड़की ने लगाया आरोप, कहा- शारीरिक संबंध नहीं बनाया तो किया प्रताड़ित
चाइल्डलाइन कर्मचारी मेवल पीटर से सखी वन स्टेप संस्था की प्रभारी शिवानी ने मामले को लेकर पूछताछ की। जागरण

जागरण संवाददाता, अमृतसर। पंद्रह वर्षीय लड़की ने चाइल्ड लाइन संस्था की महिला कर्मी पर आरोप लगाया है कि उसने उसे एक व्यक्ति से शारीरिक संबंध बनाने के लिए उसे प्रताड़ित किया। लड़की के अनुसार उसे यह कहा गया कि दो रातों की ही तो बात है। अगर कहना मानोगी तो ठीक, वरना ठीक नहीं होगा। इस मामले की खबर मिलते ही जिला प्रशासन व पुलिस हरकत में आ गई है।

दरअसल, लड़की को चाइल्ड लाइन संस्था के सदस्य बुधवार को सिविल अस्पताल में रुटीन मेडिकल चेकअप के लिए लेकर आए थे। यहां पहुंचते ही लड़की फूट फूट कर रोने लगी। उसने डाक्टर को बताया कि चाइल्ड लाइन संस्था की महिला कर्मचारी मेवल पीटर ने मुझे कमरे में बंद कर दिया। रात को मेवल पीटर और एक व्यक्ति कमरे में आए। मेवल ने मुझे कहा कि वह इसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। मैं रोने लगी। इस पर मेवल ने मुझे धमकाया और पीटा भी। उसने कहा कि उसके पास मेरी कुछ अश्लील फोटो है, जिन्हें वह इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर देगी। जब मैं जोर जोर से रोने लगी तो दोनों कमरे से चले गए।

यदि लड़की के आरोपों में सच्चाई है तो वाकई यह बेहद गंभीर और संगीन बात है। चाइल्ड लाइन संस्था उन बच्चों को अपने संरक्षण में रखती है जो या तो घर छोड़कर भाग आते हैं या फिर अपने अभिभावकों से बिछड़ जाते हैं। पुलिस ऐसे बच्चों को तलाश कर चाइल्ड लाइन के हवाले करती है। बच्चों के अभिभावकों के मिलने के बाद उन्हें उनके सुपुर्द कर दिया जाता है अन्यथा बच्चों को शिशु गृह के संरक्षण में भेजा जाता है।

सौतेली मां ने लुधियाना से अमृतसर भेजा था

लुधियाना की रहने वाली लड़की ने बताया कि उसके पिता की मौत हो चुकी है। वह ब्यूटी पार्लर में काम करती हूं। सौतेली मां ने ब्यूटी पार्लर संचालिका को फोन कर कहा कि वे लोग श्री हरिमंदिर साहिब जा रहे हैं। ब्यूटी पार्लर का काम खत्म होने के बाद इसे बस में बिठा देना। 13 नवंबर को संचालिका ने उसे लुधियाना से अमृतसर जाने वाली बस पर बिठा दिया। वह अमृतसर बस अड्डे पर उतरी और मां को फोन किया। मां ने कहा कि उसका मामा श्री हरिमंदिर साहिब के प्रवेश द्वार पर खड़ा है। वह वहां पहुंची, तो कोई नहीं था। इसी बीच उसके स्वर्गीय पिता के दोस्त ने उसे श्री हरिमंदिर साहिब में देखा। उन्हें सारी बात बताई तो अंकल ने कहा कि तुम्हारी मां तुम्हें फूटी आंख नहीं सुहाती, इसलिए यहां भेजा है। उन्होंने एसजीपीसी अधिकारी से बात कर मुझे श्री हरिमंदिर साहिब में स्थित जनाना वार्ड में भेज दिया। 23 नवंबर को पुलिस की सहायता से चाइल्ड लाइन संस्था में भेज दिया गया। 

मनगढ़ंत आरोप लगा रही है लड़की : मेवल पीटर

मेवल पीटर के अनुसार इस लड़की को थाना गलियारा पुलिस ने भेजा था। मैं इसे आफिस ले गई थी। इसके बाद पास ही स्थित अपने घर ले आई। मैंने लड़की को कमरे में बंद इसलिए किया था ताकि वह निकल न जाए। मैंने अपना और इसके लिए खाना बनाया। जब मैं कमरे में गई तो यह अचानक चिल्लाने लगी। मैंने आफिस में फोन कर कर्मचारी को बुलाया और लड़की को चाइल्ड लाइन भेज दिया। इससे ज्यादा और कुछ नहीं हुआ। लड़की गलत आरोप लगा रही है।

हर बच्ची से पूछते हैं कहीं गलत तो नहीं हुआ : अंजलि

चाइल्ड लाइन की कोआर्डिनेटर अंजलि का कहना है कि हम हर बच्ची से यह पूछते हैं कि उसके साथ कुछ गलत तो नहीं हुआ। जो डाक्टर मेडिकल करते हैं वह भी यह सवाल जरूर करते हैं। मेवल ने भी लड़की से यही पूछा था। अश्लील फोटो खींचने का आरोप भी लगा रही है। हर बच्चे की पासपोर्ट साइज फोटो खींची जाती है, ताकि इसे रिकार्ड में रखा जा सके। मेवल ने लड़की को कमरे में बंद इसलिए किया था, क्योंकि उसने भागने की कोशिश की थी। मेवल मेहनती और ईमानदार कर्मचारी हैं। लड़की द्वारा लगाए सब आरोप गलत हैं।

प्रशासन ने लड़की को नारी निकेतन भेजा

सिविल अस्पताल में स्थित सखी वन स्टेप सेंटर की इंचार्ज शिवानी ने लड़की की स्टेटमेंट ली। इसके अलावा जिला प्रशासन चाइल्ड वेलफेयर कमेटी भी सिविल अस्पताल पहुंची। चाइल्ड प्रोटेक्शन आफिसर पवन ने भी लड़की की स्टेटमेंट दर्ज की। फिलहाल लड़की को मजीठा रोड स्थित नारी निकेतन में रखा गया है। जिला प्रशासन द्वारा मामले की जांच की जा रही है।

chat bot
आपका साथी