रीडर कम दर्ज कर रहे थे बिजली यूनिट, कंपनी और उपभोक्ताओं पर लगा जुर्माना
पावरकाम की आउटसोर्स कंपनी के मीटर रीडरों पर पावरकाम की इंफोर्समेंट विग ने शिकंजा कसा है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : पावरकाम की आउटसोर्स कंपनी के मीटर रीडरों पर पावरकाम की इंफोर्समेंट विग ने शिकंजा कसा है। विग ने मकसूदां डिवीजन के दो मीटर रीडरों द्वारा कम रीडिंग नोट करवाने पर कंपनी व उपभोक्ता पर जुर्माना लगाया है। चार मीटर रीडरों के दस्तावेज पूरे न होने के कारण कंपनी को हटाने के लिए शिकायत दी है। चार हटाए जाने वाले मीटर रीडर दसवीं पास नहीं थे। मकसूदां डिवीजन में तीस हजार बिजली के कनेक्शन हैं। कम मीटर रीडरों के कारण उपभोक्ता को एवरेज बिल भेजे जा रहे हैं। जनता कालोनी के इलाके की मीटर रीडिंग लेने वाले रीडर ने उपभोक्ता के मीटर की रीडिग 900 यूनिट कम दर्ज की थी। विग ने कंपनी पर 18000 रुपये व उपभोक्ता पर आठ हजार रुपये जुर्माना लगाया है। होशियारपुर रोड के साथ लगते इलाकों की रीडिग लेने वाले मीटर रीडर ने 2500 यूनिट कम दर्ज किए थे। विग ने कंपनी पर पचास हजार व उपभोक्ता पर बीस हजार जुर्माना लगा दिया है।
छह रीडरों पर पहले भी हो चुकी कार्रवाई
इंफोर्समेंट विग के एक्सईएन चेतन ने कहा कि दोनों मीटर रीडरों ने रीडिंग कम लिखवाई थी। एक रीडर ने मीटर की फोटो की धुंधली खींची और दूसरे ने केवल मीटर बाक्स की फोटो खींचकर विभाग को भेज दी थी। वहीं, चार रीडरों के क्वालीफिकेशन दस्तावेज पूरे न होने पर कंपनी को इन पर कार्रवाई करने के लिए कह दिया है। पहले भी विभाग ने कंपनी के छह मीटर रीडरों को कार्रवाई की है। रीडिग कम की फोटो विभाग को भेजते थे। जब मीटर की रीडिग करवाई गई थी, तो बिजली यूनिट अधिक निकल रहे थे।
मीटर रीडरों से की जा सकती है पूछताछ
पावरकाम का इंफोर्समेंट विग बिजली यूनिट को कम दर्ज किए जाने के मामले में मीटर रीडरों से पूछताछ कर सकती है। मीटर रीडर ने किन-किन उपभोक्ता की बिजली मीटर की रीडिंग कम ली है। कई नाम सामने आते है तो उपभोक्ता के साथ-साथ कंपनी पर जुर्माना लगाया जाएगा। विग की टीमें होशियारपुर रोड व मकसूदां डिवीजन के साथ लगते उपभोक्ता के बिजली मीटर चेक किए जा सकते है।
मीटर रीडरों को भेजनी होती है विभाग को मीटर रीडिंग की फोटो
पावरकाम की आउटसोर्स कंपनी के बिजली मीटर की रीडिंग लेने वाले मीटर रीडरों को हिदायतें जारी की हुई है। मीटर रीडर किसी उपभोक्ता के बिजली मीटर की रीडिंग लेता है तो विभाग को मीटर की फोटो खींच कर भेजनी होती है। रीडर की ली गई रीडिग के आधार पर ही पावरकाम उपभोक्ता को बिजली का बिल भेजता है।