मिलिए एसएसपी विजिलेंस परमपाल सिंह से... फिटनेस और डॉग का रखते हैं पैशन, दोस्तों के लिए कुकिंग का भी शौक

कड़क मिजाज के एसएसपी विजिलेंस परमपाल सिंह काफी खुशदिल भी हैं। वर्दी में उनकी कड़क छवि तो सबकी देखी हुई है पर उनके जीवन के कुछ अनछुए पहलु भी हैं जिन्हेंं दैनिक जागरण ने छूने का प्रयास किया।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Sun, 06 Jun 2021 10:30 AM (IST) Updated:Sun, 06 Jun 2021 10:30 AM (IST)
मिलिए एसएसपी विजिलेंस परमपाल सिंह से... फिटनेस और डॉग का रखते हैं पैशन, दोस्तों के लिए कुकिंग का भी शौक
एसएसपी विजिलेंस परमपाल सिंह को टाप ब्रीड डॉग रखने का भी शौक है।

अमृतसर, [विपिन कुमार राणा]। तेजतर्रार कार्यशैली, काम के प्रति जुनून और टारगेट एक ही जिसने भी अपराध किया है, वो बचना नहीं चाहिए। वर्दी के प्रति उनका समर्पण ही कहेंगे कि आज तक उनकी जहां भी पोस्टिंग रही, अपने काम से उन्होंने लोगों और स्टाफ में अलग ही छाप छोड़ी। कड़क मिजाज के एसएसपी विजिलेंस परमपाल सिंह काफी खुशदिल भी हैं। वर्दी में उनकी कड़क छवि तो सबकी देखी हुई है, पर उनके जीवन के कुछ अनछुए पहलु भी हैं, जिन्हेंं दैनिक जागरण ने छूने का प्रयास किया।

परमपाल सिंह अपनी फिटनेस को लेकर बेहद सजग हैं। बड़ा हुआ पेट उन्हेंं बिल्कुल भी पसंद नहीं है। यही वजह है कि फिटनेस के लिए वह सुबह-शाम खूब पसीना बहाते हैं। बकौल परमपाल सिंह युवा अहम सीटों पर बैठे अधिकारियों को अपना आइडल मानते हैं, इसलिए उन्हेंं भी उसी रूप में व्यवहार करना चाहिए। अगर हम लोग अनफिट होंगे तो वैसे ही प्रेरणा आगे युवाओं को मिलेगी। फिटनेस के लिए वह सुबह साढ़े छह से साढ़े सात बजे तक योग करते हैं। रोजाना जागिंग, साइकिल के साथ हार्ड एक्सरसाइज भी उनकी दिनचर्या का हिस्सा है।

यही नहीं फिटनेस की तरह उन्हें टाप ब्रीड डॉग रखने का भी पैशन है। उनके पास तीन आला नस्ल के डॉग और एक बिल्ला है। जब भी उन्हेंं रिलेक्स करना होता है तो वह अपने जर्मन शेफर्ड थोर और पग यूरो के साथ समय बिताते हैं। उनके साथ खेलते हैं और उन्हेंं ट्रेनिंग भी खुद देते हैं। जब वह चंडीगढ़ में होते हैं तो वहां पर उन्होंने गोल्डन रिट्र्रीवर बडी और परशीयन बिल्ला बिल्लू बादशाह रखा हुआ है। उनका कहना है कि वह शुरू से ही डॉग लवर हैं। विशेषकर टाप ब्रीडेड डॉग उनके पास हमेशा रहे हैं। उनके पास जो भी डॉग है, वह चैपिंयन ब्रीड से संबंधित है।

एसएसपी विजिलेंस परमपाल सिंह अपनी फिटनेस को लेकर बेहद सजग हैं।

खाने, बोने और खिलाने के शौकीन

परमपाल सिंह को जितना खाने का शौक है, उतना ही बोने का भी शौक है। विजिलेंस हाउस में उन्होंने बकायदा आर्गेनिक तरीके से लगभग सभी प्रकार की सब्जियां लगाई हुई हैं और उसकी केयर भी वह खुद करते हैं। वही वह खाते है, बाहर से सब्जी नहीं लेते। इसके अलावा वह खुद नान वेज के खासे शौकीन हैैं। मटन और चिकन की लगभग उन्हेंं हर आइटम पसंद है। अमृतसर फूड के तो वह दीवाने हैं। इतना ही नहीं वह खिलाने का भी शौक रखते हैं। अपने दोस्तों व मेहमानों के लिए घर के ही प्रांगण में लगाए गए तंदूर पर वह पीजा व नानवेज आइटम उनके लिए बनाते है। रुटीन में वह अंडे और चाय बनाना पसंद करते हैं।

बचपन के दोस्तों में बसती है जान

परमपाल सिंह की जान बचपन के दोस्तों में बसती है। शाम को दोस्तों के साथ समय बिताना और उनके साथ पार्टी करना उन्हेंं बेहद पसंद है। यही वजह है कि जब भी उन्हेंं समय मिलता है तो वह अपने दोस्तों के साथ इसे प्लान करते हैैं। उन्होंने म्यूजिक सुनना भी पसंद है। गानों में उन्हेंं किशोर कुमार के सदाबहार गीत सुनना जहां पसंद हैं, वहीं पंजाबी गाने भी उनकी पसंद में शुमार है। मानसिक सुकून के लिए रात को वह संगीत सुनना पसंद करते हैं। वहीं उनके वार्डरोब की बात करें तो रुटीन में वह जींस और टी-शर्ट पहनते है और कैजुअल में पेंट-कोट पहनना पसंद करते हैैं।

1993 में इंस्पेक्टर भर्ती हुए, कई शहरों में अहम पदों पर रहे

1993 में बतौर इंस्पेक्टर पंजाब पुलिस में आए परमपाल सिंह की पहली पोस्टिंग मोहाली में हुई थी। विभिन्न शहरों के एडीसीपी, डीसीपी, एसएसपी के अहम पदों पर ड्यूटी दे चुके हैं। उनका मानना है कि कड़ी मेहनत के बाद हमें जो वर्दी मिली है, इसलिए इसका खौफ मुजरिमों में जरूर हो। जब यह शरीर पर हो और आप जहां पहुंचे, अपराध करने वालों को महसूस होना चाहिए कि इस खाकी वर्दी की ताकत क्या है और इसके समाज की सेवा में मायने क्या हैं।

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