शिक्षक बच्चों को अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्य भी बताएं

शिक्षक की जिम्मेवारी बनती है कि विद्यार्थियों को अधिकारों के साथ-साथ नागरित कर्तव्य से अवगत करवाएं। विद्यार्थियों को अधिकारों की कुछ जानकारी होती है लेकिन देश के प्रति कर्तव्य की जानकारी कम होती है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Sep 2018 01:16 AM (IST) Updated:Sun, 09 Sep 2018 01:16 AM (IST)
शिक्षक बच्चों को अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्य भी बताएं
शिक्षक बच्चों को अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्य भी बताएं

जागरण संवाददाता, जालंधर

शिक्षक की जिम्मेवारी बनती है कि विद्यार्थियों को अधिकारों के साथ-साथ उनके कर्तव्यों के बारे में जानकारी दें। आम तौर पर विद्यार्थियों को अधिकार पता होते हैं लेकिन उन्हें कर्तव्यों की जानकारी कम होती है। यह विचार नेशनल इंडिपेडेंट स्कूल एलायंस (नीसा) की ओर से मेयर व‌र्ल्ड स्कूल में आयोजित ओरिएंटेशन प्रोग्राम में प्रधान कुलभूषण शर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि जैसे प्रदूषण की समस्या गंभीर बनी हुई है। देश में स्वच्छ भारत मुहिम चल रही है। युवा पीढ़ी का कर्तव्य बनता है कि वह हर समस्या को दूर करने के लिए आगे आए। विद्यार्थी को देश के प्रति अपने कर्तव्यों की जानकारी होना चाहिए।

कार्यक्रम का शुभारंभ कासा के चेयरमैन अनिल चोपड़ा, स्कूल के चेयरमैन राजेश मेयर, वाइस चेयरपर्सन नीरजा मेयर, इनोसेंट ग्रुप के एमडी डॉ. अनूप बौरी ने की। कुलभूषण शर्मा और नीरजा मेयर ने कहा कि प्रोग्राम का उद्देश्य सोशल साइंस विषय का प्रसार करना है। युवा पीढ़ी को जागृत व क्रियाशील नागरिक बनाना है। सोशल साइंस प्रत्येक पीढ़ी के लिए अत्यंत रोचक व आवश्यक विषय है। आधुनिक तकनीक के प्रयोग से इसे और रोचक और आसान बनाया जा सकता है।

संगठन के सदस्य नटराजन व निखिल महात्रे ने कहा कि युवा पीढ़ी को अपने कर्तव्यों का ज्ञान होना जरूरी है। इससे वे समाज के प्रति अपनी जिम्मेवारी समझेंगे। कर्तव्य व अधिकारों का ज्ञान होने पर आगे चलकर अच्छे नेता बन सकते है। शिक्षक को स्वयं कर्तव्यों के प्रति जागरूक होकर विद्यार्थियों को भी जागरूक करना होगा। कार्यक्रम में 20 स्कूलों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

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